मकराना नगर परिषद के पार्षदों ने खोली सीवरेज कार्य की पोल, कही ये बड़ी बात
Rajasthan News: मकराना शहर में सीवरेज के प्रथम चरण का कार्य गत गहलोत सरकार के कार्यकाल में पूर्ण हो चुका था.सीवरेज के द्वितीय फेज की ग्राउंड रिपोर्ट देखी गई, तो वास्तव में मकराना में जो सीवरेज का कार्य हुआ है.
Makrana: राजस्थान के मकराना शहर में सीवरेज के प्रथम चरण का कार्य गत गहलोत सरकार के कार्यकाल में पूर्ण हो चुका था. अब वर्तमान गहलोत सरकार के कार्यकाल में सीवरेज के द्वितीय फेज का कार्य चल रहा है, जो भी लगभग 84 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है. इस कार्य से अधिकारी तो संतुष्ट नजर आ रहे है, लेकिन मकराना नगर परिषद के कई पार्षद खफा है, जिन्होंने चल रहे सीवरेज कार्य की पोल खोल दी.
सीवरेज के द्वितीय फेज की ग्राउंड रिपोर्ट देखी गई, तो वास्तव में मकराना में जो सीवरेज का कार्य हुआ है. उसमें राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना और l&t कंपनी द्वारा केवल खानापूर्ति की गई है, जिसकी वास्तविकता की पोल मकराना नगर परिषद के कांग्रेसी पार्षद मोहम्मद इरशाद गैसावत और पार्षद सिराज सिद्दीकी ने खोल दी है. राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना के कनिष्ठ अभियंता श्रीकांत यादव ने बताया कि 18 मई 2021 से द्वितीय फेस का कार्य शुरू हुआ, जिसे 16 मई 2024 तक पूरा करना है. वर्तमान की स्थिति देखे तो सिवरेज नेटवर्क का कार्य 84 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है और एसटीपी का कार्य लगभग 30 प्रतिशत पूरा हुआ है. इस कार्य में कुल लागत 142.98 करोड रुपए आएगी, जिससे 95 किलोमीटर सीवरेज लाइन डाली जा रही है और दो पंपिंग स्टेशन का भी निर्माण जारी है, जिसमें से पंपिंग स्टेशन शहर के झालरा तालाब और माताभर क्षेत्र में निर्माणाधीन है.
साथ ही ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य चावंडिया रोड पर भी जारी है और सीआरएमसी बिल्डिंग का कार्य भी निर्माणाधीन है. मकराना में द्वितीय फेस को कुल 9 जोन में विभाजित किया गया है, जिसके तहत लगभग 8000 परिवारों को इस महत्वकांक्षी योजना का लाभ मिलेगा. उनसे सीवरेज के निर्माण कार्य की गुणवत्ता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जिन गलियों की चौड़ाई 4 मीटर है, उनमें कंप्लीट सड़क का निर्माण करवाया जा रहा है, जबकि जिन गलियों की चौड़ाई 4 मीटर से अधिक है उनमें केवल क्षतिग्रस्त सड़क का पेच वर्क किया जा रहा है. वास्तविकता देखी गई तो कई ऐसी भी गलियां हैं, उनमें सीवरेज लाइन तो डाल दी गई है और चेंबर का निर्माण भी किया गया है, लेकिन उनका लेवलीकरण नहीं किया गया है, कहीं पर चेंबर का मुंह सड़क लेवल से ऊपर है तो कहीं पर सड़क लेवल से नीचे है और 4 मीटर से कम चौड़ाई वाली गलियों में भी केवल पेचवर्क ही किया गया है.
राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा मकराना शहर में सीवरेज के द्वितीय फेस का कार्य शुरू करवाया गया है, जिसके तहत वार्डों में और फेराफेरी क्षेत्र में निर्माण कार्य जारी है, जो सही तरीके से नहीं हो रहा है. कहीं पर सड़कें दुरुस्त नहीं बन रही है तो कहीं पर चेंबर ऊपर नीचे बन रहे हैं. होम कनेक्शन भी नहीं करवाए गए हैं. ठेकेदार द्वारा मनमर्जी से सीवरेज का कार्य किया जा रहा है. चेंबर निर्माण में सेफ्टी की सामग्री का उपयोग नहीं किया जा रहा है, जिससे कई बार चेंबर वाहनों के गुजरने पर सड़क में धंस चुके हैं और हादसे भी हो चुके हैं. निर्माण कार्य के दौरान संकेतक बोर्ड भी नहीं लगाए जा रहे हैं, जिससे भी कई बार हादसे हो चुके हैं. जहां पर भी सीवरेज कंपनी द्वारा सड़के बनाई गई है वहां पर एक-दो महीने में ही सड़क क्षतिग्रस्त हो रही है, जिसकी गुणवत्ता का भी ध्यान नहीं रखा गया है. गुणवत्ता को लेकर अनेक पार्षद सीवरेज कार्य से संतुष्ट नहीं है और नाराज भी हैं, जहां भी पार्षद कार्य के लिए बात करते हैं तो केवल अधिकारी आते हैं और लॉलीपॉप देखकर चले जाते हैं.
मकराना शहरी क्षेत्र में सीवरेज का कार्य सही तरीके से नहीं हो रहा है, जो पाइप वगैरह डाले जा रहे हैं वह बिना पीसी के ही डाले जा रहे हैं. कहीं गलिया 4 मीटर से कम है, लेकिन उनमें भी केवल पूरी सड़क नहीं बनाते हुए पैचवर्क ही किया जा रहा है. कंपनी द्वारा स्थानीय ठेकेदारों को कार्य दे दिया गया है, जिससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है. सीवरेज कार्य के दौरान जलदाय विभाग के जो घरेलू कनेक्शन है, उनको भी तोड़ा जा रहा है, जबकि होम कनेक्शन टूटने पर कंपनी द्वारा उसे दुरुस्त किया जाना चाहिए, लेकिन उस कार्य में भी लापरवाही बरती जा रही है, जिससे पेयजल लाइनों में भी लीकेज हो रहे हैं. रहमान गली के अंदर होली पर्व से पहले लगभग 9 महीने पूर्व सीवरेज लाइन डाली गई थी, लेकिन आज दिन तक उस कार्य को पूर्ण नहीं किया गया है, जिससे स्थानीय लोगों को आवागमन में बाधा हो रही है.
Reporter: Hanuman Tanwar
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