Nagaur News : विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री बजरंग लाल बागड़ा एक दिवसीय नागौर के दौरे पर रहे. जहां उन्होंने विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात की. वहीं मीडिया से बातचीत करते हुए बजरंग लाल बांगड़ा ने बताया कि विश्व हिन्दू परिषद का मानना है कि संविधान में सभी धर्मों को समान रूप से संवैधानिक छूट है, मगर फिर भी राजनीतिक कारणों से असमानता पैदा हो गई है. इसलिए इस देश में जल्द से जल्द समान नागरिक संहिता बने, धर्मान्तरण और गौ हत्या पर जल्द कानून बने.


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विश्व हिन्दू परिषद सरकार से मांग करता है कि सभी वर्गों को समान अधिकार होना चाहिए मगर राजनीतिक कारणों के चलते धार्मिक सहिष्णुता धीरे धीरे समाप्त हो रही है. इसलिए सभी धर्मों को मानने वालों के लिए समान न्याय का सिद्धांत लागू होना चाहिए. ये तभी होगा जब इन मुद्दों को कानून के दायरे में लाया जाएगा. 


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नागौर प्रवास पर आए बागड़ा ने बताया कि हिन्दू मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण है जबकि अन्य धर्मों के पूजा स्थलों पर सरकारी नियंत्रण नहीं है. हिन्दू मंदिरों में खूब चढ़ावा आता है, मगर उस पैसे का सरकार प्रयोग कर रही है जबकि ये मंदिर सरकार की नहीं बल्कि समाज की संपत्ति है, इसलिए सरकार को चाहिए कि वे जल्द से जल्द हिन्दू मंदिरों को संबंधित समाज के सुपुर्द कर अपना नियंत्रण हटाएं.


 इसी तरह देश के सर्वांगीण विकास के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून भी बनना चाहिए इससे हमारा देश प्रगति करेगा. एक सवाल के जवाब में विहिप नेता ने बताया कि हिन्दू समाज के साथ घटित होने वाली हर घटना को कुछ प्रदेशों की सरकारें राजनीतिक चश्मे से देखती है. ऐसी सरकारों को सलाह है कि वे हिन्दू हितों की अनदेखी नहीं करें, बल्कि किसी भी प्रकरण में संविधान व कानून के तहत ही कार्रवाई करें क्योंकि देश का संविधान सभी धर्मों को समानता का अधिकार दे रहा है.


मुस्लिम या ईसाई बन चुके दलितों को आरक्षण नहीं दिया जाए
इस दौरान मीडिया से बातचीत में विहिप नेता बजरंग लाल बागड़ा ने कहा कि हमारे संविधान में अनुसूचित जाति जनजाति सहित पिछड़े वर्गों को आरक्षण का प्रावधान है ताकि उनका सामाजिक स्तर सुधारा जा सकें मगर लोभ, लालच के चलते जिन लोगों ने ईसाई धर्म या मुस्लिम धर्म अपना लिया है. ऐसे धर्मान्तरित हो चुके लोगों को आरक्षण का लाभ नहीं दिया जाए. उन्होंने बताया कि ये मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है इसलिए हमारी मांग है सुप्रीम कोर्ट इस गंभीर विषय पर जल्द निर्णय करें.


जनवरी 2024 तक हो जाएगी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा
राम मंदिर से जुड़े एक सवाल के जवाब में विहिप नेता बागड़ा ने बताया कि दिसंबर 2023 से जनवरी 2024 के मध्य राम मंदिर के गर्भगृह का निर्माण पूरा हो जाएगा और मंदिर की विधि विधान से प्राण प्रतिष्ठा हो जाएगी. भगवान रामलाल के जन्म स्थान को लेकर हिन्दुओं की बरसों पुरानी उम्मीद अब जल्द साकार होने वाली है.


उन्होंने बताया कि भले ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर निर्माण में तेजी आई हो मगर वहां पर पत्थरो का तराशने और पिल्लर बनाने का काम तो विगत 30 सालों से जारी था और मंदिर में राजस्थान के कारीगरों द्वारा राजस्थान के पत्थरों पर ही नक्काशी हो रही है. प्रेस वार्ता में विहिप के जिला महामंत्री मेघराज राव तथा तहसील उपाध्यक्ष माणक गौड़ भी मौजूद थे.


रिपोर्टर - दामोदर ईनाणिया  


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