`पायलट` के लिए बीजेपी से भिड़ गए अशोक गहलोत, बोले- उनका बलिदान याद रखा जाएगा
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले सियासत गरमाई हुई है बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सचिन पायलट के पिता स्वर्गीय राजेश पायलट को लेकर एक दावा किया था जिसे सचिन पायलट ने सिरे से खारिज कर दिया था अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस
Ashok Gehlot on Rajesh Pilot : राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले सियासत गरमाई हुई है बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सचिन पायलट के पिता स्वर्गीय राजेश पायलट को लेकर एक दावा किया था जिसे सचिन पायलट ने सिरे से खारिज कर दिया था अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इसे लेकर भाजपा पर निशाना सधा है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता राजेश पायलट भारतीय वायुसेना के वीर पायलट थे. उनका अपमान करके भाजपा भारतीय वायुसेना के बलिदान का अपमान कर रही है. इसकी पूरे देश को निंदा करनी चाहिए.
इससे पहले सचिन पायलट ने ट्वीट करते हुए कहा था कि स्व. राजेश पायलट जी दिनांक 29 अक्टूबर, 1966 को भारतीय वायु सेना में कमीशन हुए थे. यह कहना कि उन्होंने 5 मार्च 1966 में मिज़ोरम में बमबारी करी थी - काल्पनिक है, तथ्यहीन है और पूर्ण तरह भ्रामक है. हाँ, 80 के दशक में एक राजनेता के रूप में मिज़ोरम में युद्ध विराम करवाने और स्थाई शांति संधि स्थापित करवाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका ज़रूर निभाई थी. स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ, जय हिन्द
आपको बता दे कि इससे पहले बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए कहा था कि राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना के उन विमानों को उड़ा रहे थे जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिज़ोरम की राजधानी आइज़वाल पर बम गिराये. बाद में दोनों कांग्रेस के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बने. स्पष्ट है कि नार्थ ईस्ट में अपने ही लोगों पर हवाई हमला करने वालों को इंदिरा गांधी ने बतौर इनाम राजनीति में जगह दी, सम्मान दिया.
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