Rajasthan Politics : राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों के बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने विरोधियों को जमकर घेरा. जिसके बाद भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को कांग्रेस की अंदरूनी कलह से कोई मतलब नहीं है. अशोक गहलोत हो या सचिन पायलट दोनों ही नेता बीजेपी को ढाल बनाने की कोशिश कर रहे हैं. लड़ाई-संघर्ष इनके आपस का है, दोनों एक दूसरे की लड़ाई लड़ें, इसमें बीजेपी को घसीटने की आवश्यकता नहीं है, जिसको जो दर्द है, जहां उसका इलाज होता है वही करवाएं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

साथ ही रामलाल शर्मा ने सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा को लेकर कहा कि जनता की सहानुभूति बटोरने की एक यात्रा है, लेकिन जनता विश्वास नहीं करेगी. साढ़े 4 साल सिर्फ और सिर्फ जनता के पैसे को बर्बाद करने का काम किया है. जनहित का कोई काम नहीं किया. बिजली के बिल किसान और उपभोक्ताओं को करंट दे रहे हैं. आप कह रहे हैं मुफ्त बिजली, जबकि बिजली के बिलों में 3 से 4 गुना सरचार्ज वसूल रहे हैं. जनता इनकी वीसीआर भरने के लिए और मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार बैठी है.


गहलोत-पायलट के आरोप-प्रत्यारोप पर बीजेपी विधायक रामलाल शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि दोनों के बीच आपसी लड़ाई, खुद के नेताओं से नहीं लड़ा जाता. बीजेपी को ढाल बनाने की अनुचित कोशिश करते हैं. पहले भी अंदरूनी झगड़ों की वजह से पायलट टीम मानेसर जाकर बैठी थी, उसमें से कई मंत्री बन चुके हैं, कई विधायकों को अच्छी तव्वजो  मिलना शुरू हो गई. अब दूसरी तरीके से बीजेपी को ढाल बनाकर लड़ने की कोशिश कर रहे हैं. राजस्थान की जनता जानती है कि किसने कितना काम किया, कौन जनता के साथ खड़ा हुआ है.


मुख्यमंत्री के आरोपों पर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने बीजेपी नेताओं के कांग्रेस विधायकों को पैसे बांटने के आरोप पर कहा कि मुख्यमंत्री के पास प्रमाण है तो सबसे पहले एफआईआर दर्ज करवाएं, पैसे लेने वाले एमएलए को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बाहर करना चाहिए. बीजेपी पर ठीकरा फोड़ने की कोशिश की जा रही है जो गलत है.


यह भी पढ़ेंः 


Weather Update: पूरे भारत में बारिश का अलर्ट, जानें अपने शहर के मौसम का हाल


मां बनने के बाद किसान की बेटी बनी IPS ऑफिसर, पढ़े कहानी