Ashok Gehlot : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि वाे हिंदू -मुस्लिम की राजनीति करके हमें चुनाव हराते हैं . वहीं मैं कहता हूं कि धर्म के नाम पर राजनीति करना उचित नहीं है, यह समाज, राज्य और देश के हित में नहीं है. गहलोत ने कहा कि हमनें नए जिलों का गठन किया, कल्याणकारी योजनाएं बनाई, जो योजनाएं बनाई है, उनका लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंच.


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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज प्रदेश के प्रगतिशील पशुपालकों को सम्मानित किया. दुर्गापुरा कृषि अनुसंधान केंद्र में आयोजित पशुपालक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभागार में मौजूद पाशुपालकों से कहा पूछा कि क्या मैं हिंदू नहीं हूं. वो हिंदू मुस्लिम की राजनीति करते हैं. हम उनकी नजर में हिंदू नहीं है. धर्म के नाम पर राजनीति किसी के हित में नहीं है. भाईचारा ही काम आता है. सब धर्म अच्छी बात सिखाते हैं. सब धर्म सिखाते हैं आपसी प्रेम भाई चारा और सौहार्द. गहलोत ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि वो हमें बदनाम क्यों कर रहे हैं. यह समझ से परे है. गहलोत ने कहा कि पूरे देश में महंगाई बेरोजगारी बढ़ रही है तानाशाही और हिंसा का माहौल है. अमीर गरीब के बीच खाई बढ़ती जा रही है. देश में अमीराें का ध्यान रखा जा रहा है. आज देश में जिस तरह के हालात हैं, उन्हें देखकर चिंता होती है.


25 और प्रगतिशील किसान विदेश यात्रा करेंगे


समारोह मे मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने किसानों और पशुपालकों के लिए अनेक योजनाएं बनाई है. इसका नतीजा है कि किसानों ने प्रयास किए और दूध संकलन के मामले में देश में बाजी मारी. बाजी मारना अच्छी बात है लेकिन राजस्थान के दूध की क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए. यह प्रयास करें की गुजरात के अमूल को पीछे छोड़ना होगा. कॉपरेटिव मूवमेंट को मजबूत करने की जरूरत है. किसान खेती के साथ पशुपालन का काम करता है. इस बार पुशुपालकोें का सम्मान शुरू किया है. किसानों का सम्मान पहले किया गया. उससे पहले केवल टीचर का होता था, वरना उद्योगपतियों का सम्मान होता था. हमने किसान पशुपालकों के सम्मान की परंपरा बनाई है. बाद में गहलोत ने घोषणा की सम्मानित होने वाले प्रगतिशील किसानों में 25 किसानों को विदेश यात्रा जाने का मौका मिलेगा.


शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम किया


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमने शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम किया है. लालचंद कटारिया पांच सात दिन पहले आए, जोबनेर में कॉलेज है हमने एक झटके में विश्व विद्यालय बना दिया. इसी तरह एक झटके में वेटनरी विवि भी खोला है. हमने 300 नए कॉलेज खोले हैं , सरकार एक सोच के साथ शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही हैं. हमने 25 लाख चिरंजीवी योजना के तहत इलाज की व्यवस्था कर दी है. स्वास्थ्य सेवाएं देखिए 10 लाख तक कार दुर्घटना बीमा कर दिया है. भगवान न करें किसीकी एक्सीडेंट और मौत हो, लेकिन सरकार ने इलाज की व्यवस्था कर दी है.


डॉक्टर हड़ताल पर, लेकिन जल्द खत्म कर देंगे


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमने राइट टू हेल्थ बिल पास किया है. हमने पब्लिक इंट्रेस्ट में कानून पास किया है. डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं लेकिन जल्द खत्म कर देंगे. सोशल सिक्योरिटी का जमाना आ गया है. महंगाई को कम करने के लिए भी एक के बाद एक कदम उठाए हैं. हम महंगाई को लेकर भी ध्यान रख रहे हैं, गरीबों को 500 रुपए में सिलेंडर दे रहे हैं. बीमा फ्री है, सबके लिए है. मनुष्यों का बीमा कर रहे हैं उसी ढंग से पशुपालकों का बीमा करेंगे. जिनके आठ लाख से कम आय है उनका प्रीमियम राज्य सरकार देगी.


सीएम गहलोत ने कहा कि हमने गौशालाओं को अनुदान देने की बात कही, निदेशालय खोल दिया है. गौशालाओं को उन्होंने पांच साल में 543 करोड़ दिए और हमने 4 साल में 5000 करोड़ से ज्यादा दिए हैं. प्रदेश में 2005 नए मिल्क रूट बनाए जाएंगे. किसानों का अलग बजट पेश करने के मामले में राजस्थान के बाद तमिलनाडु दूसरा राज्य बन गया है. सीएम ने किसानों की आय दोगुनी करने के मामले में केंद्र पर तंज कसा कि केवल कहने से आय दोगुनी नहीं होती है काम करके दिखाया जाता है. दिल्ली में किसानों में तीन काले कानून को लेकर लंबी लड़ाई लड़ी थी, महाराष्ट्र के किसान दूसरी बार आ रहे हैं. उनके पैरों में छाले पड़ गए हैं. हमने 100 यूनिट बिजली फ्री दी है. एक करोड़ 40 लाख लोगों के बिल जीरो आएंगे. वहीं किसानों से 2000 तक यूनिट फ्री की, अब करीब 4 लाख किसानों के बिल जीरो आएंगे. संवेदनशील पारदर्शी सुशासन मिले इसके प्रयास किए गए हैं.


एक नई सोच के साथ कृषि और पशुपालन के क्षेत्र ने नए आयाम - कटारिया


कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा की राजस्थान ने एक नई सोच के साथ कृषि और पशुपालन के क्षेत्र ने नए आयाम स्थापित किए. राजस्थान में पहली बार कृषि का अलग से बजट पेश किया गया. नवाचारों को उपयोग कर किसान अब अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहे है.


राजस्थान में कृषि के विश्विद्यालयो में आमूलचूल परिवर्तन किया गया. किसानों को 2 हजार यूनिट बिजली मुफ्त दी जा रही हुआ. देश में राजस्थान के किसानों को फसल बीमा के माध्यम से सबसे ज्यादा मुआवज दिया गया. पशुपालन के क्षेत्र में मुख्यमंत्री ने सबसे ज्यादा रुचि दिखाई. जिसके चलते आज राजस्थान दुग्ध उत्पादन में देश में पहले नंबर पर है. सरकार की तरफ से प्रदेश के 100 किसान विदेश जाएंगे. लंपी के कहर में मुख्यमंत्री ने अच्छा प्रबंधन किया.


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