Rajeev Gandhi Yuva Mitra Yojana: सरकार बदल जाने के साथ अक्सर कई योजनाओं पर ब्रेक लग जाता है और ऐसी एक योजना राजीव गांधी युवा मित्र है. जिस पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सरकार बनते ही ब्रेक लगा दिया. इसे लेकर आज विधानसभा में भी जमकर हंगामा देखने को मिला. सरकार की ओर से जवाब ना मिलने पर विपक्ष ने वर्कआउट कर दिया.


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दरअसल स्थगन प्रस्ताव के जरिए कांग्रेस विधायकों ने राजीव गांधी युवा मित्र योजना का मुद्दा उठाया था, विधायक रोहित बोरा ने कहा कि योजना में युवाओं को केवल राजीव गांधी के नाम पर बेरोजगार किया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था. 10 साल में कितने युवाओं को रोजगार दिया गया? प्रधानमंत्री के नाम पर बोलने पर भाजपा विधायकों ने एतराज जताया. इसके बाद सदन में विधायक रोहित बोहरा और भाजपा विधायकों के बीच तीखी बहसबाजी देखने को मिली.


रोहित बोहरा ने कहा कि हम ही नहीं मंत्री जवाहर बैडम और विधायक दर्शन सिंह ने भी पत्र लिखकर नहीं हटाने की गुहार लगाई थी. हमने ऐसी असंवेदनशील और निर्दयी सरकार नहीं देखी. वहीं भारत आदिवासी पार्टी के विधायक राजकुमार रोत ने भी इसका मुद्दा उठाया. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इसे लेकर सरकार से जवाब मांगा, लेकिन जब सरकार की ओर से इस पर कोई जवाब नहीं आया तो विपक्षी नेताओं ने सदन से वॉकआउट कर लिया.


गौरतलब है कि राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप योजना के तहत प्रदेश के हजारों युवाओं को 17,500 का मासिक भुगतान किया जाता था. इस योजना के तहत युवा केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार करते थे. इस योजना पर ब्रेक लगाने के बाद हजारों बेरोजगार युवा जयपुर के शहीद स्मारक पर पिछले एक महीने से धरना दे रहे हैं.


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