हरीश चौधरी ने पंजाब को कहा अलविदा, अब बाड़मेर में होंगे सक्रीय
राजस्थान की सियासत में इन दिनों चुनावी रंग चढ़ना शुरू हो गया है. दिल्ली के बड़े नेताओं के पगफेरे भी राजस्थान में बढ़ गए हैं.
Harish Choudhary : राजस्थान की सियासत में इन दिनों चुनावी रंग चढ़ना शुरू हो गया है. दिल्ली के बड़े नेताओं के पगफेरे भी राजस्थान में बढ़ गए हैं. इस साल के अंत में राजस्थान को नई सरकार मिल जाएगी, लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर कांग्रेस रिवाज बदलने में कामयाब होती है या भाजपा रिवाज कायम रखने में सफल होगी. ऐसे में भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने सियासी जमीन पर अपने हाथ मजबूत करने शुरू कर दिए हैं.
इसी बीच राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में पूर्व मंत्री और पंजाब कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रहे हरीश चौधरी एक बेहद दिलचस्प ट्वीट सामने आया है. इस ट्वीट में हरीश चौधरी ने लिखा है थैंक्स जालंधर, बाय बाय पंजाब. हरीश चौधरी के इस ट्वीट के कई सियासी मायने में भी निकाले जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि चौधरी पंजाब की जिम्मेदारियों से मुक्त होने के बाद अब अपने हाथ बाड़मेर में मजबूत करेंगे.
छात्र राजनीति से सियासत में कदम रखने वाले बायतु विधायक हरीश चौधरी का पिछले कई सालों में पश्चिमी राजस्थान में प्रभाव बढ़ा है. पिछले दिनों OBC आरक्षण को लेकर चौधरी ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था, इस कड़ी में उन्होंने भरी जनसमर्थन भी जुटा लिया था, जिसके बाद कहा जाने लगा कि पश्चिमी राजस्थान में एक और पावरफुल नेता का उदय हो गया है.
जोधपुर की JNVU यूनिवर्सिटी से अपनी सियासी सफर की शुरुआत करने वाले हरीश चौधरी ने अपना पहला चुनाव NSUI के टिकट पर लड़ा था, लेकिन हार गए. इसके बाद चौधरी ने 1991 में SFI के टिकट से चुनाव लड़ा और प्रतिद्वंदी गजेंद्र सिंह शेखावत को हरा दिया. इसके बाद चौधरी ने 2009 में लोकसभा चुनाव का चुनाव लड़ा और जीत हांसिल की. हालांकि साल 2014 में उन्हें हार मिली, इसके बाद उन्होंने बायतु विधानसभा सीट से 2018 में जीत हांसिल की और फिर मंत्री भी बने.
यह भी पढ़ेंः
Bhilwara News: घोड़ी पर बिंदौली निकलाने पर दबंगों ने दी धमकी, बोले- जान से मार देंगे
Weather Update: IMD का अलर्ट जारी, आगामी 48 घंटों में इन राज्यों में तूफान के साथ तेज बारिश