Jhunjhunu: नटवरलाल से नेताजी बनने की दिलचस्प कहानी! कभी फर्जी मंत्री बनकर जमाते थे रौब, अब जता रहे टिकट की दावेदारी
Jhunjhunu news: कांग्रेस ने कहा, राजेंद्र गुढ़ा के खेल का हिस्सा है संदीप सैनी, गुढ़ा की बर्खास्तगी से पहले तक भाजपा का झंडा, लेकिन बर्खास्तगी के बाद कांग्रेस का झंडा उठाया, इससे पहले राष्ट्रीय लोक समता पार्टी में रहे
Jhunjhunu news: झुंझुनूं की उदयपुरवाटी विधानसभा सीट हमेशा सुर्खियों में रही है. कारण है बर्खास्त मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा. लेकिन इस बार गुढ़ा नहीं बल्कि एक दावेदार के कारण चर्चित हो रही है. जी, हां उदयपुरवाटी से कांग्रेस की टिकट मांग रहे संदीप सैनी के चर्चे क्षेत्र में खूब हो रहे है. वो इसलिए नहीं कि वो टिकट मांग रहे है. बल्कि वो इसलिए कि उनका इतिहास ऐसा है कि अब लोग बोल रहे है कि संदीप सैनी नटवरलाल से नेता बनने की दौड़ लगा रहे है.
ये नेताजी जो भाषण दे रहे है. बड़े जोशिले है. लेकिन आइए अब इनका एक और चेहरा दिखाते है. जी, हां पुलिस के पैरों में बैठा व्यक्ति भी वो ही शख्श है. जो आपने अभी भाषण देते देखा था. अब आपके सामने भी कुछ कुछ साफ हो गया कि हम किसकी बात कर रहे है. जी, हां हम बात कर रहे है संदीप सैनी की. जिसने पिछले एनडीए सरकार में खुद को लोकसभा के मुख्य सचेतक तथा राष्ट्रीय लोक समता पार्टी से सांसद रामकुमार शर्मा का सलाहकार बताकर राजस्थान में कई जगहों पर वीआईपी ट्रीटमेंट लिया. कई जगहों पर वीआईपी ट्रीटमेंट पकड़ा गया तो पुलिस ने पीछा भी किया. लेकिन नेताजी भागने में बड़े तेज है.
गुढ़ा का मोहरा हैं संदीप सैनी!
इसी भगौड़े प्रवृत्ति के कारण मार्च 2021 में झुंझुनूं कोतवाली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया. दरअसल उनके खिलाफ हत्या का एक मामला चल रहा था. जिसमें कोर्ट का फैसला आना था. उन्हें लगा कि अब जेल जाना तय है. तो वे भाग गए. पुलिस ने संदीप सैनी पर 25 हजार का ईनाम रखा और गिरफ्तार किया. सोचने वाली बात यह थी कि जिस संदीप सैनी ने ईनाम घोषित किया. संदीप सैनी की सिक्योरिटी भी उसी पुलिस ने कई बार की. अब नेताजी उदयपुरवाटी से कांग्रेस की टिकट मांग रहे है. दो-तीन महीने पहले तक भाजपा के बड़े नेताओं का नाम लेकर भीड़ इकट्ठा की और टिकट मांगी. लेकिन जब राजेंद्र सिंह गुढ़ा को मंत्रीमंडल से बर्खास्त किया. तो संदीप सैनी को कांग्रेस से आस हुई और टिकट मांगी. अब कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि संदीप सैनी तो सिर्फ राजेंद्र सिंह गुढ़ा का मोहरा है. जो कांग्रेस को खत्म करने में लगे हुए है.
इस मामले में पूर्व विधायक रामेश्वरलाल सैनी की बेटी और भूदान बोर्ड की सदस्य मीनू सैनी ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने कहा कि जो नेता दो महीने पहले बीजेपी के गीत गा रहे थे. झंडा लेकर घूम रहे थे. अमित शाह और राजनाथ सिंह को उदयपुरवाटी में बुला रहे थे. वे अब खुद को कांग्रेसी होने का दंभ भर रहे है. ये नेता क्षेत्र की जनता को गुमराह कर रहे है और विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा के इशारे पर चल रहे है. जो लोग उनके साथ घूम रहे है. वो भी कांग्रेस के कार्यकर्ता नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस तरह का उनका इतिहास रहा है. यह तय है कि जो लोग उनके साथ लगे हुए है. उनका भविष्य अंधकार में है. वे खुद हाथापाई जैसे काम करवाते है और फिर भोले—भाले कार्यकर्ताओं को आगे कर देते है. जिन पर केस आदि दर्ज हो जाते है. इसलिए सभी को संभलना होगा. राजेंद्र सिंह गुढ़ा और ये नेताजी एक ही है.
राजेंद्र सिंह गुढ़ा और अशोक गहलोत के बीच टकराहट बहुत बड़ी हो गई है. राजनीति के जानकारों का मानना है कि अशोक गहलोत चुनावों में गुढ़ा को हराने के लिए सारा जोर लगाएंगे. तो गुढ़ा भी अपने दिमाग को दौड़ाकर अशोक गहलोत को परास्त करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते है. वहीं संदीप सैनी जैसे व्यक्ति, जिनको आमजन नेता कम, नटवरलाल के नाम से ज्यादा जानती है. देखते है कांग्रेस में इनका कुछ भी उठता भी है या नहीं. लेकिन सोशल मीडिया पर संदीप सैनी के कारनामों को जमकर विरोधियों द्वारा वायरल किया जा रहा है. करे भी क्यों नहीं जो नेता कुछ नहीं था. तब भी केंद्रीय मंत्री की तरह वीआईपी ट्रीटमेंट लेता था. तो वह अब खुद नेता बनने की राह पर जो निकल पड़ा है.
यह भी पढ़ेंः
राजस्थान में टिकट कटने के विरोध के पीछे क्या हो रहा कोई बड़ा 'खेला', जानें इस रिपोर्ट में
टिकट विवाद पर बोलीं दीया कुमारी, मैं कुछ भी नहीं बोलूंगी, भैरोंसिंह शेखावत मेरे पिता के समान