Rajasthan Politics : कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने पूरी ताकत लगा रखी है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी आज वहां प्रचार करने गए है. गोविंद सिंह डोटासरा के साथ CM गहलोत 2 दिन तक वहां चुनाव प्रचार करेंगे. लेकिन कर्नाटक चुनाव परिणाम का जितना इंतजार कांग्रेस और बीजेपी के देशभर के नेताओं को है. उससे ज्यादा इन परिणामों पर राजस्थान कांग्रेस की नजर है. सबसे ज्यादा सचिन पायलट समर्थक टकटकी लगाए देख रहे है. भला कर्नाटक के रिजल्ट राजस्थान की सियासत पर कैसे असर डालेंगे. जयपुर की सियासत पर क्या असर होगा.


सचिन पायलट और अशोक गहलोत


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राजस्थान कांग्रेस में इन दिनों सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच की खींचतान सबसे ज्यादा चर्चाओं में है. हाल ही में 11 अप्रैल को सचिन पायलट ने वसुंधरा राजे सरकार में घोटालों का आरोप लगाते हुए एक दिन का अनशन किया था. उस समय प्रभारी रंधावा ने सख्त संदेश भी दिया था. लेकिन अभी तक इस मामले में न तो पायलट की बातों की सुनवाई हुई है. न ही पायलट पर कोई कार्रवाई  हुई है. माना जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान ने कर्नाटक चुनाव परिणाम आने तक मामला होल्ड कर दिया है.


कांग्रेस आलाकमान की ताकत


कर्नाटक चुनाव परिणामों का असर राजस्थान की राजनीति पर भी होगा. यहां कांग्रेस की जीत हार ही सूबे में पार्टी की सियासत तय करेगी. वैसे अब ये पूरी तरह से तय है कि चुनावों तक अशोक गहलोत की मुख्यमंत्री रहेंगे. लेकिन अगर कर्नाटक में कांग्रेस को जीत मिलती है तो आलाकमान मजबूत होगा. वैसे हालातों में विधानसभा चुनावों में पार्टी के फैसलों में आलाकमान मूड प्रभावी रहेगा. आलाकमान आने वाले दिनों में सचिन पायलट की भूमिका को लेकर भी फैसला ले सकता है और पिछले ढ़ाई सालों से इंतजार कर रहे जिला अध्यक्षों की नियुक्ति भी हो सकती है.


...तो राजस्थान में अशोक गहलोत ताकतवर


कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अगर कांग्रेस हार गई. तो आलाकमान कमजोर होगा. वैसी स्थितियों में अशोक गहलोत राजस्थान में और ताकतवर होंगे. राजस्थान चुनाव में भी अशोक गहलोत के हिसाब से कांग्रेस के फैसले होगें. अगर इस तरह की स्थितियां बनी तो सचिन पायलट और उनके समर्थकों के लिए और निराशा हाथ लगेगी.


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राजस्थान से सिर्फ अशोक गहलोत को ही कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल किया है. सचिन पायलट को स्टार कैंपेनर की सूची में जगह नहीं दी है. सोमवार और मंगलवार दो दिन के लिए गोविंद सिंह डोटासरा के साथ मुख्यमंत्री गहलोत भी पार्टी के लिए प्रचार करेंगे. सोमवार को कर्नाटक के बसवांगुडी और गांधीनगर में प्रचार कर रहे है. रात बैंगलुरू में रुकेंगे. मंगलवार को मंगलोर जिले में प्रेस कांफ्रेंस करने के बाद 4 बजे कांप विधानसभा में प्रचार करेंगे. शाम पौने 6 बजे मैंगलुरू नॉर्थ विधानसभा में सभा करेंगे. उसके बाद रात 10 बजे जयपुर पहुंचेंगे.


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