Rajasthan Politics: कहते हैं सियासत का प्रयोग और संयोग से गहरा नाता रहा है, तभी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 56 इंच के सीने की बात करते हैं और राजस्थान के मुखिया से लेकर ब्यूरोक्रेसी तक 56 के फेर में नजर आते हैं, अब यह प्रयोग है या संयोग यह देखना भी दिलचस्प है.


भजनलाल का अंक 56 से कनेक्शन


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दरअसल केंद्र की मोदी सरकार का अंक 56 से गहरा नाता रहा है. हाल ही में राजस्थान को लेकर किए गए दो फसलों में भी अंक 56 का जादू नजर आया. केंद्र की ओर से लिफाफे में बंद नाम लेकर दिल्ली से राजनाथ सिंह जयपुर पहुंचे तो किसी को कहां पता था कि उसमें भी अंक 56 का योग होगा. पर्ची खुली तो 56 वर्षीय भजनलाल शर्मा का मुख्यमंत्री के तौर पर ऐलान हुआ.


ब्यूरोक्रेसी का भी अंक 56 कनेक्शन


वहीं अब केंद्र की ओर से ब्यूरोक्रेसी के मुखिया को दिल्ली से जयपुर भेजा गया है, लेकिन इसमें भी अंक 56 का फेर नजर आता है. डेपुटेशन से बतौर चीफ सेक्रेटरी होम कैडर लोटे सुधांश पंत की उम्र भी 56 वर्ष है. इसके बाद ब्यूरोक्रेसी से लेकर सियासी गलियारे तक में अंक 56 को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है, लेकिन इसी बीच एक और संयोग देखने को मिल रहा है.


यहां भी अंक 56 का योग


दरअसल भजनलाल सरकार के गठन के बाद जयपुर में सबसे बड़ा कार्यक्रम डीजीपी कॉन्फ्रेंस 5 और 6 जनवरी को आयोजित होने जा रहा है, इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा लेंगे. यह तिथि भी अंक 56 के ही फेरे में नजर आती है, इसके बाद हर ओर पूछे जाने लगा है कि यह प्रयोग है या संयोग है.


वहीं योग पर 56 के इर्द गिर्द भजनलाल सरकार की नई मंत्रिमंडल भी दिखाई पड़ती है. जिसमें मंत्रिमंडल की औसत उम्र का योग भी 56 ही आता है. जहां खुद मुख्यमंत्री 56 वर्ष के हैं तो वहीं 24 में से 12 मंत्री ऐसे हैं जिनकी उम्र 50 से 60 के बीच है, जबकि पांच बुजुर्ग मंत्री बनाए गए हैं तो वहीं 6 ऐसे भी है जिनकी उम्र 50 वर्ष से कम है.


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