Rajasthan: राजस्थान में बीजेपी के 'नहीं सहेगा राजस्थान अभियान' के तहत मंगलवार को राजधानी जयपुर में 'महाघेराव' का आह्वान किया है। प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बीजेपी इस प्रदर्शन में भारी भीड़ जुटाई है। 'नहीं सहेगा राजस्थान अभियान' के मंच से सतीश पूनिया  ने राजस्थान से कांग्रेस सरकार की विदाई घोषणा करते हुए कहा कि आज का ये दिन राजस्थान के इतिहास में लिखा जाएगा। अशोक गहलोत की सरकार में मरीजों को चूहे कुतर जाते हैं, किसान आत्महत्या कर रहे हैं,पेपर लीक हो रहे है। इसलिए गहलोत सरकार को हटाना है और राजस्थान की जनता को बचाना है। 


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मरीजों के पैर चूहे कूतर जाते है
 सतीश पूनिया  ने  तंज कसते हुए कहा कि साल 2018 में यह सरकार बनी और नारों के बाद दो उप मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की. सचिवालयों में कमरों के लिए लड़े, मंत्रिमंडल में पद के लिए और उसकी परिणनति बड़ा बंदी इस्तीफो के तौर पर हुई. इस सरकार के मुख्यमंत्री ने किसानों, महिलाओं, वंचितों और दलितों में से किसी की फिक्र नहीं की. बस एक बात की फिक्र की वो है कुर्सी को बचाने की. यही नहीं थानागाजी की घटना से लेकर जयपुर में रोटी मांगने वाली अबला की अस्मत ले ली जाती थी. यह गहलोत सरकार के राज में ही संभव है कि मरीजों के पैर चूहे कूतर जाते है.


19422 किसानों  की जमीन कुर्क 


कांग्रेस पार्टी के अंतर्राष्ट्रीय नेता घोषणा करता है कि सरकार आएगी लेकिन तेजाब के  माधुरी दीक्षित के गाने की  तरह 1से 10 तक गिनवाते है लेकिन 17 दिन हो गए राजस्थान के 19422 किसानों  की जमीन कुर्क हो गई. इसी के ासथ बेरोजागी पर तंज कसते हुए कहा कि नौकरी का वादा कर पूरा ना करने पर 2100 नौजवानों ने आत्महत्या कर ली.इसी के साथ क्राइम को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा कि अपने जनघोषणा पत्र में अपराध पर लगाम कसने की बात कही थी,लेकिन 1092000 मुकदमें कभी दर्द हुए जिनमें से 17 बलात्कार रोज होते है.1700 हत्याए रोज होती है. ये हत्यारी सरकार है. जो सरकार का मुखिया यह कहताथा कि हम जीरो टॉरलरेंस की सरकार चलाएंगे उसने भष्ट्राचार के सारे पैमाने तोड़ दिए. गुढ़ा की लाल डायरी के जिक्र होता है नाथी के बाड़े का जिक्र होता है, यहां गरीब को पार्ले जी का बिस्कुट के लिए तरसना पड़ता है. और इस सरकार के सचिवालय में सोने के बिसकुट मिलते है.


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