Rajasthan- प्रदेश में  चुनावी महौल गर्माता जा रहा है. ऐसे बीजेपी, कांग्रेस  सरकार को लेकर काफी हमलावर हो गई है. इसी कड़ी में शुक्रवार को  बिजली संकट को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस को घेर लिया.  प्रदेश में छाए बिजली संकट को लेकर अब पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने एक बयान जारी करके कहा है कि डिस्कॉम 90 हज़ार करोड़ से ज़्यादा के क़र्ज़े में डूब गया  है. इससे प्रदेश में विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई. हमारे समय में गांवों में भी 22 से 24 घंटे बिजली मिलती थी. लोगों ने इन्वर्टर पैक कर दिए थे.


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कांग्रेस सरकार ने 2013 तक तीनों डिस्कॉम कंपनियों पर 78 हजार करोड़ का घाटा छोड़ा था. हमारी सरकार बनी तो उसमें से 62 हज़ार करोड़ कर्ज सरकार ने अपने ऊपर ले लिया था. नतीजतन प्रतिवर्ष 15 हज़ार करोड़ की रफ़्तार से बढ़ रहा घाटा 4 हज़ार करोड़ प्रतिवर्ष रह गया. ट्रांसफार्मर 72 घंटे में बदल दिये जाते थे. आज 72 दिन में भी नहीं बदले जा रहे है. नया बिजली कनेक्शन सप्ताह भर में मिल जाता था. आज लम्बा समय लगता है. आज प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने लोगों को अंधेरे में धकेलने का काम किया हैं.


 



प्रदेश में विद्युत व्यवस्था ध्वस्त 
राजे ने कहा है कि डिस्कॉम्स 90 हज़ार करोड़ से ज़्यादा के क़र्ज़े में डूब गए है. जिससे प्रदेश में विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है. कांग्रेस सरकार ने 2013 तक तीनों डिस्कॉम कंपनियों पर 78 हजार करोड़ का घाटा छोड़ा था.


बिजली महकमा पूरी तरह से कुप्रबंधन का शिकार है. सरकार के पास कोयला और बिजली खरीद का रोडमैप नहीं है. ख़राब वोल्टेज के कारण किसानों की मोटरें जल रही हैं. जबकि हमारे समय में गावों तक में घरेलू बिजली 22 से 24 घंटे मिलती थी.
सरकार ने विद्युत अराजकता एवं अंधेरे में धकेला
उन्होंने कहा कि ट्रांसफार्मर सप्लाई करने वालों के खाते में सीधा पेमेंट तत्काल हो जाता था. आज आमजन,किसान और औद्योगिक फैक्ट्रियां बिजली कटौती से परेशान है, क्योंकि सरकार ने मुफ्त बिजली के सब्जबाग दिखाकर राजस्थान को विद्युत अराजकता एवं अंधेरे में धकेलने का काम किया है.


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