राजेंद्र राठौड़ ने सचिन को बताया हनुमान, कहा- कांग्रेस के शासन का दहन अब पायलट ही करेंगे
Rajendra Rathore : नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि पायलट के साथ रहने वाले लोगों ने अब उन्हें हनुमानमजी की तरह उनकी शक्ति को याद दिला दिया है. इसलिए कांग्रेस सरकार का दहन खुद सचिन पायलट करेंगे.
Rajendra Rathore : भाजपा द्वारा पूरे प्रदेश में राज्य सरकार के खिलाफ चलाए जा रहे जन आक्रोश अभियान के तहत आज झुंझुनूं जिला मुख्यालय पर जन आक्रोश महाघेराव का आयोजन किया गया. इस महाघेराव में प्रदेश सह प्रभारी विजया राहटकर, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, जिले के संगठन प्रभारी केडी बाबर, सांसद नरेंद्र कुमार, जिलाध्यक्ष पवन मांवडिया, पूर्व सांसद संतोष अहलावत, विधायक सुभाष पूनियां, पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी समेत अन्य ने हिस्सा लिया. इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने राज्य सरकार पर जमकर निशाने साधे. उन्होंने जयपुर बम ब्लास्ट मामले में कमजोर पैरवी के चलते गृह मंत्री होने के नाते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का इस्तीफा मांगा तो वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि आरपीएससी के गिरफ्तार सदस्य बाबूलाल कटारा हर 15 दिन से सीएम निवास जाते थे. उन्होंने सचिन पायलट को हनुमान बताते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन का दहन अब पायलट ही करेंगे.
झुंझुनूं में भाजपा के जन आका्रेश महाघेराव में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ पूरे जोश के साथ नजर आए. उन्होंने सरकार को घेरने का कोई भी मुद्दा नहीं छोड़ा. सबसे पहले उन्होंने आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा को लेकर सवाल उठाया. उन्होंने सीएम से पूछा कि यह बात सार्वजनिक की जाए कि एक मामूली से सांख्यिकी अधिकारी को किसके कहने पर सदस्य बनाया गया. जिसे एक चीफ सेकेट्री के बराबर सुविधाएं और वेतन मिलता है. उन्होंने आरोप लगाया कि बाबूलाल कटारा, हर 15 दिन से सीएम निवास आता-जाता था. इसकी भी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सब इंस्पेक्टर से लेकर आरएएस की परीक्षा तक, सभी में बाबूलाल कटारा मुख्य भूमिका में था. जो जांच का विषय है. राठौड़ ने एक बार फिर पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा पर हमला बोला और कहा कि हमारे मित्र बोलते है कि मेरे घर आरएएस पैदा होते है. तो मैं पूछना चाहता हूं कि लिखित परीक्षा में 100 में से 44 नंबर और इंटरव्यू में 100 में से 80 नंबर आने का खेल कौनसा है. राठौड़ ने कहा कि इस सरकार ने युवाओं के सपनों को लूटने का काम किया है.
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ यही नहीं रूके. उन्होंने खेतड़ी की सभा में कांग्रेस नेता सचिन पायलट के बयान कि मैं जब बोलता हूं तो धुआं निकाल देता पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि पायलट के साथ रहने वाले लोगों ने अब उन्हें हनुमानमजी की तरह उनकी शक्ति को याद दिला दिया है. अब वो धुआं निकालेंगे. धुआं से पहले आग लगानी पड़ती है. इसलिए कांग्रेस सरकार का दहन खुद सचिन पायलट करेंगे. राठौड़ ने इसकी पूरी उम्मीद बताई. इससे पहले राठौड़ ने लंका जाने से पहले हनुमान-जामवंत संवाद और इस संवाद के बाद हनुमान जी को याद आई शक्ति की कहानी भी सुनाई.
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इस मौके पर मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के बयान को भी दोहराते हुए गुढ़ा की बात को सच करार दिया. उन्होंने कहा कि गुढ़ा ने कहा है कि जो कांग्रेस का सम्मेलन हुआ है. वो कांग्रेस का विदाई समारोह है. साथ ही उन्होंने खेतड़ी में जो बात कही. वो निसंदेह सच्ची है. गुढ़ा ने कहा कि पहले तो वो सोचते थे कि चुनावों में उनके इतने ही विधायक जीतकर आएंगे कि एक फारच्यूनर में विधानसभा जाएंगे. लेकिन अब तो लगता है कि स्कूटर या टैंपों जितने ही विधानसभा पहुंचेंगे. जैसे हम दो, हमारे दो. राठौड़ ने कहा कि यह सरकार के मंत्री बोल रहे है. यह हवा, चुनावों में तूफान का रूप लेगी. जिसमें कांग्रेस हवा में उड़ जाएगी.
जन आक्रोश महाघेराव में सभा संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने एक पुराने फिल्मी गाने की लाइनें दोहराई. उन्होंने कहा कि एक गाना है कि जादूगर सैंया, छोड़ों मोरी बैंया... लेकिन यहां उसी तर्ज पर है कि जादूगर सैंया ना छोड़ें कुर्सी की बैंया..... उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ इशारा करते हुए कहा कि राजस्थान में किस्सा कुर्सी का चल रहा है. जिसमें जादूगर सैंया किसी भी हाल में कुर्सी नहीं छोड़ना चाहते. उन्होंने कहा कि जबरदस्ती 92 विधायकों के इस्तीफे दिलवाए गए. मैं इस मामले में कोर्ट में गया तो झुंझुनूं के छह कांग्रेस विधायकों समेत अन्य सभी विधायकों ने कहा कि उन्होंने स्वेच्छा से इस्तीफा नहीं दिया था. उन्होंने कहा कि इन दिनों कांग्रेस में रायशुमारी चल रही है. जिसमें उनके ही विधायक बोल रहे है कि किससे क्या बात करें. इस राज में तो हर मंत्री चोटी से लेकर पैर तक भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है. राठौड़ ने कहा कि भ्रष्टाचार का यह प्रमाण वे नहीं दे रहे. बल्कि उनके खुद के विधायक व मंत्री दे रहे है.
इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गृह मंत्री होने के नाते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफा मांगा. राठौड़ ने कहा कि जिला अदालत ने जयपुर बम ब्लास्ट के आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई. जबकि हाईकोर्ट में पैरवी ना होने के कारण आतंकवादी बरी हो गए. इसके बाद जब भाजपा ने आवाज उठाई तो मुख्यमंत्री ने डबल एजी को बर्खास्त कर दिया. लेकिन कमजोर पैरवी की जिम्मेदारी एजी, होम सेकेट्री तथा होम मिनिस्टर की भी बनती है. ऐसे में होम मिनिस्टर होने के नाते मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए.
जन आक्रोश महाघेराव के बाद बड़ी संख्या में मौजूद कार्यकर्ता पैदल कलेक्ट्रेट तक पहुंचे. जहां पर प्रदर्शन किया. इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने जबरदस्ती कलेक्ट्रेट में घुसने की कोशिश की. लेकिन पुलिस ने पहले से ही सख्त बेरिकेटिंग और जाब्ता तैनात किया था. ऐसे में काफी जद्दोजहद के बाद भाजपा नेताओं का एक प्रतिनिधि कलेक्टर से मिला और अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन राज्यपाल के नाम सौंपा. इस प्रदर्शन में पूरे जिले से भाजपा कार्यकर्ता बसों और गाड़ियों से झुंझुनूं पहुंचे. विधानसभा चुनावों में टिकट मांगने वाले नेताओं ने भी संख्या बल बूते अपना शक्ति प्रदर्शन भी किया. मंच पर भाजपा नेता मौजूद रहे.
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