PM Modi Rajasthan : राजस्थान में चुनावी साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर राजस्थान आ रहे हैं. पिछले पांच महीने में पीएम मोदी का राजस्थान का यह चौथा दौरा है. सभी दौरे अलग अलग संभाग में हुए हैं, ऐसे में सियासी गलियारे में यह सवाल गूंज रहा है कि क्या पीएम नरेंद्र मोदी ही राजस्थान में बीजेपी की नैय्या पार लगाएंगे ? हालांकि गुटबाजी को खत्म करने के लिए बीजेपी के आला नेता कह चुके हैं पीएम मोदी के चेहरे पर ही राजस्थान भाजपा अगला विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही है. खैर पीएम मोदी के ये दौरे भाजपा के लिए संजीवनी का काम करते हैं या नहीं ये देखने वाली बात होगी .


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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मई को राजस्थान दौरे पर अजमेर आ रहे हैं. केंद्र सरकार के नौ साल पूरे होने पर बीजेपी देशभर में महा जनसम्पर्क अभियान शुरू करने जा रही है. 31 मई से 30 जून तक चलने वाले इस महाभियान में में मोदी सरकार की उपलब्धियां जन जन तक पहुंचाने के लिए घर घर तक पहुंचकर लागों से से सम्पर्क किया जाएगा. तीन स्तरों पर चलने वाले इस महाअभियान की लांचिंग करने पीएम मोदी राजस्थान आ रहे हैं. इस साल पांच राज्यों में चुनाव होना है, लेकिन इनमें सबसे महत्वपूर्ण कांटे की लड़ाई राजस्थान में होने की संभावना है. इसको ध्यान में रखकर ही देशभर में चलाए जाने वाले महाजनसम्पर्क अभियान की लांचिंग राजस्थान में पीएम मोदी से कराई जा रही है. इससे एक तो अभियान की शुरुआत होगी वहीं दूसरे राजस्थान के लोगों को पीएम मोदी के चेहरे से साधने की कोशिश की जाएगी.


चौथा दौरा, हर बार अलग-अलग रणनीति -


प्रदेश में इस चुनावी साल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पांच माह में चौथा दौरा होने जा रहा है. इस बार पीएम दौरे के लिए अजमेर का चुनाव किया गया है. इससे पहले अलग अलग दौरों में समुदाय, क्षेत्र और चुनावी गणित को ध्यान रखा गया है. पीएम के दौरे रणनीति के तहत आयोजित किए जा रहे हैं. पिछले साल भी पीएम मोदी दो बार राजस्थान का दौरा कर चुके हैं. इनके अलावा भी बीजेपी के कई राष्ट्रीय नेता राजस्थान के दौरे पर आ चुके हैं.


पीएम मोदी बनेंगे राजस्थान मे बीजेपी का चेहरा 


गौरतलब है कि राजस्थान में प्रदेशाध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बदलने के बाद से ही पीएम मोदी के फेस पर चुनाव लड़ने की बात लगभग सभी नेता कह रहे हैें. इस कड़ी में बार-बार प्रचारित भी किया जा रहा है कि पीएम के अलावा किसी भी नेता को सीएम फेस के रूप में प्रस्तुत नहीं किया जाएगा. अब लगातार हो रहे पीएम के दौरों और मुख्यमंंत्री गहलोत एवं उनकी योजनाओं पर भाजपा नेताओं की ओर से टार्गेट किए जाने से ऐसा लग रहा है कि राजस्थान का चुनाव मोदी बनाम गहलोत होने जा रहा है. पीएम मोदी भी अपने भाषणों में कांग्रेस के साथ साथ राज्य सरकार पर भी सवाल उठाते हैं, वहीं सीएम गहलोत भी सोशल मीडिया जरिए सवालों पर पलटवार भी करते हैं.


मोदी के चेहरे और केंद्र के काम के नाम पर मांगेगे वोट


बीजेपी विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी के चेहरे, कमल निशान और केंद्र सरकार के काम के नाम पर वोट मांगने जा रही है. पीएम मोदी चेहरे के साथ ही मोदी सरकार की नौ साल की उपलब्धियों और योजनाओं पर वोट मांगने जा रही है. देशभर में महाजनसम्पर्क अभियान शुरू किया जा रहा है. पीएम मोदी 31 मई को इस अभियान की लांचिंग के लिए ही अजमेर आ रहे हैं. इसमें मोदी सरकार की उज्वला गैस योजना, किसान सम्मान निधि, स्वच्छ भारत, जनधन बैंक खाता सहित योजनाओं को लोगों को बताकर केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाएंगे. इसके लिए प्रमुख नेताओं को एक एक विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है.


कब—कब आए मोदी


28 जनवरी - आसींद में देवनारायण जयंती समारोह में . पीएम मोदी के जरिए गुर्जरों को साधने की कोशिश
12 फरवरी - दौसा के धनावड़ में दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेस वे लोकार्पण में समारोह में पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित कर पश्चिमी राजस्थान के लोगों को प्रभावित किया
12 मई - प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नाथद्वारा में दर्शन के बाद रोड शो व जनसभा को संबोधित किया. सिरोही के आबूरोड में बीजेपी की ओर से सभा को सम्बोधित किया. मेवाड और मारवाड के साथ आदिवासियों पर पकड़ बनाने की कोशिश
31 मई- प्रस्तावित दौरे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अजमेर में केंद्र सरकार के नौ साल पूरे होने पर जनसभा को संबोेधित करेंगे. संभाग के नागौर, भीलवाड़ा, टोंक और जयपुर में खिसकते जनाधार को रोकने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है
पिछले साल आए थे दो बार


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्ष 2022 में ​30 सितंबर को राजस्थान में आबू रोड आए थे. इसके अलावा वे 1 नवंबर को बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम आए थे और जनसभा को संबोधित किया था.


गुटबाजी पर रोक की कोशिश


बीजेपी में भी गुटबाजी हावी रही है. कांग्रेस तो आरोप लगाती रही है कि बीजेपी में दस सीएम घूम रहे हैं. कार्यक्रमों में देखा जाता रहा है कि अलग अलग नेताओं के गुटनजर आ रहे थे. इस गुटबाजी को खत्म करने के लिए सांसद सीपी जोशी को प्रदेश भाजपा की कमान सौंपी, लेकिन वो भी गुटबाजी को दूर करने में नाकाम रहे. प्रदेश कार्यसमिति से लेकर कई कार्यक्रमों में गुटबाजी देखी गई. इस गुटबाजी को देखते हुए भी प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह और अन्य नेता लगातार पीएम मोदी के चेहरे और कमल निशान पर चुनाव लड़ने की बात कह चुके हैं. ऐसे में मोदी के दौराें से बीजेपी में गुटबाजी की खबरों और अटकलों पर भी लगाम लगती दिखाई देती है.


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