Pratapgarh News: प्रतापगढ़ जिले के सीतामाता अभयारण्य में 18 मार्च को देर रात वनकर्मियों पर हमले और बंधक बनाने के मामले में पुलिस ने अब गुरुवार को दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. 
इससे पहले 21 मार्च को पुलिस की ओर से 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. अब कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि अन्य की तलाश की जा रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पुलिस अधीक्षक अमितकुमार ने बताया कि 18 मार्च को सीतामाता अभयारण्य स्थित थाना देवगढ़ इलाके के जाड़ा धावड़ा चौकी (वनपाल नाका पाल) में बजरी माफिया को रेत तस्करी करते हुए वनकर्मियों ने पकड़ा था. इस पर रेत खनन माफिया गैंग के दो दर्जन लोगों ने वनकर्मियों पर जानलेवा हमला किया. बंधक बनाया गया और धारदार हथियारों से मारपीट की गई. 


यह भी पढ़ें- Video: सड़क पर उतरकर झमाझम नाची भरतपुर की बहुएं, पूरे राजस्थान में मच गया हल्ला


 


10 वनकर्मी हुए थे घायल
उक्त हमले में 10 वनकर्मी घायल हुए थे. इनमें से 3 वनकर्मियों को हत्या के नियत से सिर पर हमला किया गया जो गंभीर रूप से घायल हो गए. सभी घायलो का राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. पुलिस और वन विभाग की टीम ने घटना में प्रयुक्त दो ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त किए गए. इसके साथ ही बाइक को जब्त किया गया. 


कई धाराओं में दर्ज किए गए मामले 
पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज किए. आरोपियों की तलाश में पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीमें गठित की गई. इस दौरान अब तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें कमलेश पुत्र हरिलाल, राहुल पुत्र हरिलाल, विनोद पुत्र भग्गु मीणा, अर्जुन पुत्र मोतीलाल मीणा निवासी काबरा मगरा थाना धरियावद को पुंगातालाब जंगल से और प्रभु पुत्र मनजी मीणा निवासी पिपलारेल थाना थाना देवगढ़ को पीपलारेल पाल से, दुलेश पुत्र भग्गु निवासी काबरा मगरा थाना धरियावद को प्रतापगढ़ से गिरफ्तार किया गया. 


यह भी पढ़ें- Aaj Ka Rashifal: मिथुन, कन्या और तुला के बनेंगे बिगड़े काम, कर्क रहें सतर्क, जानें अपना राशिफल


 


अन्य की तलाश जारी
इसके बाद सूरजमल पुत्र मोतीलाल मीणा और प्रवीण पुत्र भग्गु मीणा निवासी काबरा मगरा थाना धरियावद को गिरफ्तार किया गया. अन्य की तलाश की जा रही है. पहले गिरफ्तार 6 आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया था, जहां 3 दिन तक पुलिस रिमांड पर भेजा था. वही अब पुनः आठो अपराधियों को न्यायालय में पेश किया गया तो 8 दिन पुलिस रिमांड पर भेजा गया.