Pratapgarh: प्रतापगढ़ प्रयास संस्था की ओर से पंचायत समिति सभागार में 8 आदिवासी जिलों के प्रतिनिधियों के साथ शांति समितियों के सुदृढ़ीकरण के लिए मार्गदर्शिका का विकास करने के उद्देश्य परिचर्चा आयोजित की गई. प्रयास संस्था के जिला समन्वयक जवाहरसिंह डागुर ने परिचर्चा के उद्देश्यों के बारे में बताया. प्रयास संस्था से छाया पंचोली ने बताया कि शांति समितियां सुचारू रूप से कार्य करें. इसके लिए एक मार्गदर्शिका की जरूरत है.


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हम सब मिलकर एक ऐसी मार्गदर्शिका तैयार करें जिसके आधार पर गांव में गांव के झगड़े-विवाद निपटाए जा सके. अधिवक्ता अजेय सक्सेना ने बताया कि आदिवासी हर छोटी मोटी बात पर पुलिस थाने में जाता है और वहां पर भी झगड़े का निपटारा नहीं होने पर कोर्ट में आता है. कोर्ट में बरसों बरस तक तारीख पेशी करता है. अंत में फैसला गांव के लोग ही मिलकर करते हैं. यही फैसला अगर गांव में हो तो न्याय भी तुरंत मिलेगा और आर्थिक रूप से जो लूट उसकी होती है वह रुकेगी. 


कानून में आदिवासी समुदाय को विभिन्न अधिकार ​


बांसवाड़ा के जवानसिंह ने बताया कि पेसा कानून में आदिवासी समुदाय को विभिन्न अधिकार दिए हैं. उदयपुर सेवा मंदिर की आई जैन ने बताया कि हमारे क्षेत्र में कुछ कमेटियां हैं जो कार्य कर रही हैं चाहे वह जमीन विवाद हो या गांव के अन्य झगड़े हो उन्हें निपटाने का कार्य करती हैं. बांसवाड़ा से कोदरलाल बुनकर ने बताया कि गांव में झगड़े निपटाने की एक स्वस्थ परंपरा है और गांव के लोग मिलकर पीढ़ियों से झगड़े निपटाते आए हैं. एसएससी मोहम्मद वसीम टीम लीडर ने अपने अनुभव साझा किए. बारावरदा के हीरालाल मेघवाल आदि ने परिचर्चा में भाग लिया.


रिपोर्टर- हितेष उपाध्याय


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