Pratapgarh news:  प्रतापगढ़ में आज गुजरात की डीसा निवासी श्रेया काकरेचा को जैन भागवती दीक्षा प्रदान की गई. सैकड़ों जैन धर्मावलंबियों की उपस्थिति में गणीवर्य कल्याण रत्न विजय ने दीक्षा प्रदान करवाई. इस मौके पर नव दीक्षित साध्वी का नामकरण नतमस्तकाश्रीजी किया गया.


धर्मावलंबियों की उपस्थिति में भागवती दीक्षा प्रदान की गई


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जैन श्वेतांबर सकल संघ के विशाल गांधी ने बताया कि गुजरात के डीसा की रहने वाली मुमुक्षु श्रेया काकरेचा के जैन भागवती दीक्षा ग्रहण करने निमित्त आयोजित तीन दिवसीय दीक्षा महोत्सव के अंतिम दिन आज घीयाजी बाग में मध्य प्रदेश,राजस्थान और गुजरात के कई इलाकों से आए जैन धर्मावलंबियों की उपस्थिति में भागवती दीक्षा प्रदान की गई.


 आज से मुमुक्षु श्रेया काकरेचा ने संयम जीवन अंगीकार किया.इस दौरान गणीवर्य कल्याण रत्न विजय ने दीक्षा की विधि संपन्न करवाई.वेश परिवर्तन और केश लोच के बाद नामकरण किया गया. साध्वी बनने के बाद नतमस्तकाश्रीजी को जैन धर्मावलंबियों ने अक्षत वर्षा कर बधाया.


 घीयाजी बाग पहुंचे


दीक्षा महोत्सव के इस मौके पर अपने संबोधन में कल्याण रत्न विजय ने कहा कि सांसारिक सुखों का त्याग कर संयम पथ अंगीकार करना ही दीक्षा है.जो सुख दीक्षा में है वह संसार में कहीं भी नहीं है. इसके पहले प्रातः कालीन वेला में कल्याण रत्न विजय चतुर्विद संघ के साथ घीयाजी बाग पहुंचे.जहां पर दीक्षा की प्रक्रिया प्रारंभ हुई.


सादगीपूर्ण तरीके से पूरा दीक्षा महोत्सव संपन्न हुआ


दीक्षा महोत्सव में साध्वीजी को धार्मिक उपकरण प्रदान करने की बोलिया भी लगाई गई. दीक्षा महोत्सव की खास बात यह रही कि यहां पर किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का उपयोग नहीं किया जा रहा था. सादगीपूर्ण तरीके से पूरा दीक्षा महोत्सव संपन्न हुआ.


Reporter- HITESH UPADHYAY


 


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