Pratapgarh News: ग्राम पंचायतों में गत कई महीनों से विभिन्न तरह की योजनाओं के तहत मिलने वाली राशि की किश्त नहीं मिली है. ऐसे में ग्राम पंचायतों में विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है. जिससे सरपंचों, ग्राम विकास अधिकारियों में रोष फैलता जा रहा है. इसके साथ ही जिले के सरपंचों ने भी रोष जताया. ग्राम पंचायत कार्यालयों पर अनिश्चित काल के लिए ताले जड़ दिए. वहीं आगामी 24 अप्रैल से शुरू होने वाले राहत शिविरों के बहिष्कार का भी ऐलान कर दिया है.


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सरकार के जरिए किश्त जारी नहीं की 


जिला सरपंच संघ के अध्यक्ष रामप्रसाद मीणा ने बताया कि गत काफी लम्बे समय से सरकार द्वारा किश्त जारी नहीं की गई है. जिससे पंचायतो में भुगतान संतुलन पूरी तरह से चौपट हो गया है. इतना ही नहीं, पेयजल योजना के तहत ग्रामवासियों के लिए कुएं में लगी मोटर चलाकर पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं करवा पा रहे है. क्योंकि पेयजल सप्लाई वाले व्यक्ति को मजदूरी देने और बिजली बिल भरने तक के पैसे पंचायत के पास नहीं है.


सरपंचो का बढ़ा गुस्सा 


अध्यक्ष मीणा ने कहा कि उक्त परिस्थिति का समाना करते हुए कई माह बीत गए है. जिसको लेकर हाल ही में 17 अप्रैल को प्रदेश के सभी जिला कलक्टर को ज्ञापन भी दिए गए थे. लेकिन सरकार के जरिए सुनवाई नहीं की गई. जिससे सरपंचो का गुस्सा बढ़ गया. इसे देखते हुए गुरुवार से पंचायत कार्यालयों पर तालाबंदी शुरू कर दी गई है. जिलाध्यक्ष मीणा ने किश्त नहीं मिलने पर आगामी 24 अप्रेल से जिले की सभी 234 पंचायतो में शुरू होने वाले राहत शिविरों के बहिष्कार की चेतावनी दी है. साथ ही यह भी कहा कि अब किश्त प्राप्त होने के बाद ही पंचायतों में पुन: कामकाज शुरू होगा तब तक पंचायत कार्यलयों पर तालाबन्दी रहेगी.


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