Rajasthan Politics : जैसे जैसे विधानसभा चुनाव पास आ रहे हैं, राजस्थान कांग्रेस में टिकट बटवारें को लेकर भी बयान सामने आने लगे हैं. कैबिनेट मंत्री मुरारी लाल मीणा के मुताबिक सचिन पायलट बड़े जनाधार वाले नेता हैं और अगर कांग्रेस ये चुनाव जीतना चाहती है तो ...
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Rajasthan Politics : राजस्थान कांग्रेस पार्टी की ओर से गुरुवार को बीकानेर-जयपुर संभाग के विधायकों से वन टू वन किया गया. जिसके बाद मीडिया से मुखातिब मंत्री मुरारी लाल मीणा ने कहा कि चुनाव में विकास की बात ठीक है लेकिन चुनाव जीतने के लिए जातिगत और अन्य समीकरण साधने भी जरूरी है.
मुरारी लाल मीणा ने मीडिया से बात करते हुए सचिन पायलट को लेकर बड़ा बयान दिया और कहा कि सचिन पायलट जनाधार वाले नेता है. अगर कांग्रेस को चुनाव जीतना है तो उन्हें भी बैलेंस करना जरूरी है.
मुरारी लाल मीणा ने कहा कि सचिन पायलट और कुछ लोग दिल्ली में थे और इसलिए फ़ीडबैक में नहीं आ पाए. हर बात को पायलट के साथ नहीं जोड़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि पायलट जनाधार वाले नेता है. ये बात सब जानते हैं. और पार्टी में आला कमान ने भी कहा है कि सचिन पायलट पार्टी के एसेट हैं.
ऐसे में सचिन पायलट को भी बैलेंस करना चुनाव जीतने के लिए जरूरी है. मुरारी लाल मीणा ने कहा इस बार बहुत विकासकार्य हुए हैं लेकिन इसके अलावा भी कई बातें ऐसी होती है जिन पर बैलेंस बनाये रखना जरूरी होता है तभी चुनाव जीता जा सकता है.
मीणा ने कहा कि चुनाव में इन बातों का भी बहुत असर पड़ता है कि कि कौन व्यक्ति चुनाव को कैसे बैलेंस करवाता है. जैसे कि विधान सभा चुनाव-2013 में कांग्रेस के हारने का कारण किरोड़ी लाल मीणा की राजपा बन गयी थी. जिसमें कांग्रेस का परंपरागत वोट, मीणा, राजपा को मिल गया था. इसलिए सचिन पायलट को भी बैलेंस करना पड़ेगा.
मंत्री मुरारी लाल मीणा ने कहा कि अब मानेसर की घटना को बोलकर चुनाव जीतने के समीकरणों पर ध्यान देना होगा. उन्होंने कहा कि मानेसर को भूले नहीं क्या ? और मानेसर जाकर हमनें आखिर क्या कर दिया? अब हम तो मंत्री बन गए और मैं आपके सामने ही खड़ा हूं. अब मानेसर जैसी चर्चा छोड़कर चुनाव जीतने के सारे समीकरण देखने ही चाहिए.
मुरारी लाल मीणा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हारने वाले कैंडिडेट की टिकट को काटने में कंजूसी करती है, और उसे नुकसान भी होता है. उन्होंने कहा कि अगर सर्वे में कोई हारता दिखे तो उसकी टिकट काट ही क्यों नहीं दी जाती, चाहे कोई किसी का भी बड़ा खास क्यों न हो ?
मीणा ने कहा कि पार्टी सर्वे करवाती है और 200 सीटों में से 50 सीट पर टिकट वाले चेहरे चुनाव हारते देखे.. ये सबको पता होता है लेकिन उनके टिकट नहीं काटे जाते कभी. उन्होंने कहा है कि भले ही मैं ही क्यों ना हूं अगर चुनाव में ये दिखे कि मैं टक्कर में नहीं हूं तो मेरा भी पार्टी टिकट काट दें, लेकिन कम से कम चुनाव में टक्कर देने वाले प्रत्याशी पर दांव लगाना चाहिए.