Pratapgarh News: पिछले दिनों हुए मौसम में लगातार बदलाव का असर अब अफीम की फसल पर देखने को मिल रहा है. अफीम की फसल में वर्तमान में डोडे आने का समय है ऐसे में मौसम की मार के चलते अफीम के पत्ते पीले पड़ रहे हैं. अफीम के पत्तों के पीले पडने के कारण किसानों को फसल को बचाने के लिए तरह-तरह के जतन करने पड़ रहे हैं. प्रतापगढ़ जिले में 9000 के करीब लाइसेंसी अफीम काश्तकार हैं.


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अफीम काश्तकार मदनलाल सुथार ने बताया कि, पिछले दिनों बेमौसम की बारिश और लगातार कोहरे की मार का असर अफीम की फसल पर पड़ा है. मौसम की मार के चलते अफीम की फसल में रोग की संभावनाएं बढ़ गई है. फसल में पत्तों के पीले पड़ने और तना फटने के कारण उनको नारकोटिक्स विभाग को औसत में देने की चिंता सता रही है. ऐसे में काश्तकार कृषि विभाग के अधिकारियों के निर्देशन में दवाओं का छिड़काव कर फसल को बचाने का जतन कर रहे हैं. लेकिन इतनी कोशिशों के बाद बी कुछ फसलों का नष्ट होना स्वाभाविक है. 


 गौरतलब है कि, प्रतापगढ़ जिले में लगभग 9000 लाइसेंसी अफीम काश्तकार हैं. जिसके चलते यहां बड़ी तादाद में अफीम का उत्पादन होता है. किसानों का कहना है कि, अफीम की फसल में पहले ही काफी खर्च होता है, ऐसे में मौसम की मार के चलते उनका खर्च और बढ़ गया है. जिसके कारण आगे परिवार का पेट भरना भी एक बड़ी समस्या लगेगी. 


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Reporter: HITESH UPADHYAY