असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया का राजसमंद दौरा, महोत्सव कार्यक्रम में की शिरकत
Governor Gulabchand Kataria: असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया का राजसमंद दौरा काफी खास रहा है.इस बीच कटारिया ने पिपलान्त्री में आयोजित हुआ पर्यावरण महोत्सव कार्यक्रम में की शिरकत.राजसमंद सांसद दिया कुमारी, कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ सहित अन्य जनप्रतिनिधि साथ रहे.
Governor Gulabchand Kataria: असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया आज राजसमंद जिले के दौरे पर रहे. जहां पर वह पिपलांत्री गांव पहुंचे. बता दें कि यहां पर हर वर्ष मनाए जाने वाले पर्यावरण संरक्षण रक्षाबंधन कार्यक्रम में उन्होंने शिरकत किया. यहां पहुंचने पर गुलाबचंद कटारिया का पूर्व सरपंच व पदमश्री से सम्मानित श्याम सुंदर पालीवाल ने उनका स्वागत किया. तो वहीं, इस मौके पर कारगिल युद्ध के योद्धा योगेंद्र यादव भी इस मौके पर पहुंचे जिनका भी सम्मान किया गया.
इस दौरान कार्यक्रम में राजसमंद सांसद दिया कुमारी,राजसमंद विधायक दिप्ती माहेश्वरी,कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ भी मौजूद रहे. इस कार्यक्रम में पहुंचने पर राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया को पुलिस जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. आपको बता दें कि राजसमंद जिले के पिपलांत्री गांव पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य को लेकर देश ही नहीं विदेश में भी अपनी पहचान बनाए हुए है.
पूर्व सरपंच व पदमश्री से सम्मानित श्याम सुंदर पालीवाल उनकी बेटी की आकस्मिक निधन के बाद उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया और इसके बाद वह गांव में बेटियां पैदा होने के बाद 111 पौधे लगाने का अभियान शुरू किया.अपने पंचायत क्षेत्र के बंजर भूमि को हरा-भरा कर दिया जो एक मॉडल के रूप में देश ही नहीं विश्व में उभर कर सामने आया है.
बेटियों के जन्म पर 111 पौधे लगाए जाते हैं
यहां हर वर्ष बेटियों के जन्म पर 111 पौधे लगाए जाते हैं और वह परिवार पौधे से पेड़ बनने तक उसका देखभाल करती है. वहीं, बेटियां यहां पेड़ पौधों को राखियां बांधकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती है. ऐसे में इस कार्यक्रम में पहुंचे असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया का बेटियों ने रक्षा सूत्र बांधकर स्वागत किया. साथ ही इस मौके पर असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने पौधारोपण भी किया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया.
पर्यावरण का क्या महत्व है
इस मौके पर असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि पर्यावरण का जो महत्व है वह पिपलांत्री मॉडल ने सबको समझाया है और बाकी पंचायतें भी इस तरह का कदम उठाए, तो प्रदेश ही नहीं देश में लोगों को पर्यावरण का क्या महत्व है. वो अच्छी तरह से समझ में आ जाए. तो वहीं, कार्यक्रम के पश्चात असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया कांकरोली स्थित भाई सोहन लाल कटारिया के घर पहुंचे.
इस दौरान उनके साथ राजसमंद सांसद दिया कुमारी,कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ सहित अन्य गणमान्य साथ में मौजूद रहे. इसके बाद बालकृष्ण स्टेडियम,कांकरोली में आयोजित हुए नागरिक अभिनंदन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की.
ये भी पढ़ें- अशोक गहलोत के सामने PM मोदी ने चुनावों से पहले खेला बड़ा दांव, गैस सिलेंडर कीमतों में बल्ले बल्ले