राजसमंद: जिले के सरकारी हॉस्पिटल आरके में संचालित वनस्टॉप सेंटर का जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजसमंद मनीष कुमार वैष्णव ने औचक निरीक्षण किया. बता दें कि इस सेंटर पर कुल 15 कार्मिकों की संख्या है, जिनमें से 4-4 कार्मिक की ड्यूटी शिफ्टवार लगायी जाती है. निरीक्षण के दौरान राजलक्ष्मी सालवी, रेखा सालवी उपस्थित मिले तथा शेष अन्य कार्मिक अनुपस्थित मिले. तो वहीं, निरीक्षण सेंटर पर कोई भी महिला आश्रयरत नहीं पायी गयी. सेंटर की सफाई व्यवस्था और पेयजल व्यवस्था संतोषजनक पाई गई. 


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अस्पताल परिसर में मुख्य द्वार से सेंटर तक पहुंचने के लिए भूतल सीढ़ियों किसी भी प्रकार संकेतक चस्पा नहीं मिलें. इसके लिए अस्पताल परिसर के भूतल की सीढ़ियों पर संकेतक चस्पा करने के निर्देश दिये. निरीक्षण के दौरान वैष्णव ने रजिस्टर का अवलोकन किया. जिससे ज्ञात हुआ कि इस महीने में केवल 2 महिलाओं ने रात्रि आश्रय लिया है. 


आपातकाल में अग्निशमन के लिए अस्पताल की ओर से केन्द्रीयकृत अग्मिनशमन सिस्टम लगा मिला. कार्मिकों ने सुरक्षा संबंधित को समस्या होना जाहिर नहीं किया. महिला कार्मिकों को विधिक अधिकारों और निःशुल्क विधिक सहायता, मध्यस्थता, पीड़ित प्रतिकर योजना महिलाओं के लिये नालसा योजना इत्यादि के सबंध में जानकारी दी गई. तो वहीं, सालमपुरा स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें मनीष कुमार वैष्णव ने बच्चों को गुड टच, बैड टच, सायबर क्राइम और चाईल्ड लाइन के बारे में विस्तृत जानकारी दी. 


उन्होंने बालकों के साथ किसी भी प्रकार के यौन अपराध होने पर पुलिस, चाईल्ड लाईन, अभिभावक, अध्यापक को सूचना दिए जाने के बारे में बताया. बालकों को बताया कि कोई भी मोबाइल एप डाउनलोड करते समय एप संचालन हेतु अनचाही अनमुति प्रदान नहीं करनी चाहिए. बैंक एटीएम पासवर्ड, प्राइवेट फोटो मोबाईल में सेव नहीं करने चाहिए तथा अपनी निजी जानकारी किसी के साथ भी शेयर नहीं करनी चाहिए और अपना मोबाईल फोन भी किसी अनजान व्यक्ति को नहीं देना चाहिए.


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