Rajsamand: राजसमंद जिले में खनिज विभाग के साथ लाखों रुपए की ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आने आया है. इस पर खनिज अभियंता ने राजसमंद साइबर थाने में बालाजी मिनरल्स सालोर के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया है. खनिज विभाग के सीनियर माइनिंग इंजीनियर कमलेश्वर बारेगामा ने बताया कि नाथद्वारा थाना क्षेत्र के सालोर निवासी किशन लाल ने बालाजी मिनरल्स नामक अपनी फर्म का टीपी पॉइंट के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया था. 


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डीलर किशनलाल ने हजारों टन मिनरल्स और 5000 टन मार्बल खंडा का स्टॉक ऑनलाइन दर्ज करवाया था. नियमानुसार डीलर को इसकी हार्ड कॉपी और अन्य दस्तावेज खनिज अभियंता कार्यालय में वेरिफिकेशन के लिए जमा करवाने थे. जिसको खनिज अभियंता द्वितीय की एसएसओ आईडी द्वारा वेरीफाइड किया जाना था. 


इस प्रक्रिया में मार्बल और खनिज पर करीब 70 लाख रुपए का टैक्स विभाग को मिलना था. बालाजी मिनरल्स के स्टॉक को खनिज विभाग के अभियंता ने वेरीफाई नहीं किया था. लेकिन किसी व्यक्ति ने एसएसओ आईडी को हैक कर या दुरुपयोग कर बालाजी मिनरल्स का स्टॉक वेरीफाई कर दिया. 


जब भौतिक सत्यापन के लिए खनिज विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो उन्हें ना तो कोई खनिज मिला ना ही मार्बल खंडा का स्टॉक नियत स्थान टीपी पॉइंट पर मिला. खनिज विभाग की जांच में सामने आया कि डीलर किशनलाल ने अपने अवैध खनिज को वैध करने के लिए फर्जी स्टॉक को रजिस्टर्ड करवाया था. 


मामला दर्ज करवाने वाले खनिज अभियंता सेकंड महेश शर्मा ने बताया कि उनकी एसएसओ आईडी की जानकारी उनको और उनके मातहत कर्मचारियों के अलावा किसी को नहीं थी. ऐसे में या तो उनके मातहत कर्मचारी ने दुरुपयोग या किसी अन्य व्यक्ति ने आईडी को हैक कर सरकारी विभाग को चूना लगाने के लिए स्टॉक को वेरीफाई किया.


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