Rajsamand: राजसमंद जिला कारागृह का मनीष कुमार वैष्णव ने किया औचक निरीक्षण, बंदी क्षमता से तीन गुना ज्यादा हैं कैदी
Rajsamand: राजसमंद जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव मनीष कुमार वैष्णव ने एक बार फिर राजसमंद जिला कारागृह का औचक निरीक्षण किया. मंगलवार को किए गए औचक निरीक्षण में भोजन, सफाई समेत अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
Rajsamand: राजसमंद जिला कारागृह का मनीष कुमार वैष्णव ने बीते दिन दौरा किया. बता दें कि निरीक्षण के दौरान कारागृह में 182 बंदी निरुद्ध मिलें जो कारागृह की बंदी क्षमता से तीन गुने से अधिक हैं, वैष्णव ने जिला कारागृह की बैरकों एवं रसोई घर की सफाई व्यवस्था की जांच की. निरीक्षण के दौरान बंदियों के सांयकालीन का भोजन तैयार किया जा रहा था, जिसकी गुणवता की जांच स्वयं सचिव द्वारा की गई. तो वहीं, नवीन प्रवेशित बंदियों से संवाद किया एवं उनकी समस्याओं को सुना गया.
इस पर एक बंदी ने पैरवी हेतु अधिवक्ता नियुक्त नहीं होना बताया परंतु स्वयं के परिवार के स्तर पर अधिवक्ता नियुक्त कर लेने के बारे में अवगत कराया गया.अन्य सभी बंदियो ने अधिवक्ता नियुक्त होना बताया.
बंदियों से संवाद के दौरान एक बंदी 18 वर्ष से कम उम्र का प्रतीत हुआ जिसके दस्तावेजों में उम्र संबंधी तथ्यों में अस्पष्टता प्रतीत हो रही थी इस हेतु सबंधित थानाधिकारी, जेल प्रशासन को उम्र के सबंध में जांच कर नाबालिग होने की स्थिति में नियमानुसार कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया. बंदियों को सुबह नाश्ते अंकुरित चने एवं भोजन में गाजर टमाटर की सब्जी दी गयी.
आपको बता दें कि कारागृह में बंदियों को विधिक सलाह एवं सहायता उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से विधिक सहायता क्लिनिक संचालित है. कारागृह में कोई भी महिला बंदी निरुद्ध नहीं मिली. वैष्णव ने बंदियों के बूस्टर डोज लगवाने एवं कोविड-19 की गाइड लाइन की कठोरता से पालना करने के निर्देश दिए.
निशुल्क विधिक सहायता, नालसा लीगल सर्विस ऐप, निशुल्क विधिक सहायता, मध्यस्थता, पीड़ित प्रतिकर, लोक अदालत, साइबर सुरक्षा, आदिवासियों के कल्याण एवं संरक्षण की योजनाओ, रालसा द्वारा छुआछूत के खिलाफ विशेष अभियान के बारे में जानकारी दी गई.
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