सवाई माधोपुर: संत हनुमान दास ने दी आत्मदाह करने की चेतावनी, जानें वजह
संत ने पीसीसी में आयोजित मंत्री महेश जोशी की जनसुनवाई में आश्रम की जमीन से दबंगों का कब्जा नहीं हटाने पर मंत्री को आत्मदाह करने की चेतावनी दे डाली.
Sawai Madhopur: राजस्थान में दबंगों में खाकी का जरा भी खौफ नहीं रहा, जिसके चलते प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है. प्रदेश में अब हालात ये है कि साधु संत भी दबंगो के कहर से नहीं बच पा रहें, अवैध खनन के विरोध में भरतपुर जिले के कांमा में संत द्वारा आत्मदाह करने का मामला अभी पूरी तरह से शांत भी नहीं हुआ की सूबे के सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय के निकटवर्ती गणेश धाम आश्रम के संत हनुमान दास ने आश्रम की जमीन पर दबंगों द्वारा किए जा रहे जबरन कब्जे को लेकर आत्मदाह करने की चेतावनी दी है. संत कि चेतावनी के बाद पुलिस और प्रशासन में खलबली मच गई है.
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दरसल सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय से सटे गणेश धाम आश्रम का संत हनुमान दास महाराज आश्रम की जमीन पर दबंगों द्वारा किए जा रहे कब्जे को लेकर स्थानीय प्रशासन द्वारा सुनवाई नहीं करने का आरोप लेकर बुधवार को जयपुर पहुंच गया, जहां संत ने पीसीसी में आयोजित मंत्री महेश जोशी की जनसुनवाई में आश्रम की जमीन से दबंगों का कब्जा नहीं हटाने पर मंत्री को आत्मदाह करने की चेतावनी दे डाली. संत की चेतावनी पर मंत्री महेश जोशी ने पुलिस महानिदेशन एम एल लाठर से फोन पर बात कर संत को सुरक्षा देने और आश्रम की जमीन से दबंगो का कब्जा हटाने के निर्देश दिए.
गणेश धाम आश्रम के संत हनुमान दास महाराज ने बताया कि यह आश्रम उनके गुरु प्रभुदास जी महाराज द्वारा बहुत साल पहले बनाया गया था. प्रभुदास महाराज की देहांत के बाद से हनुमान दास महाराज ही आश्रम का संचालन कर रहे हैं. आश्रम करीब 18 से 20 बीघा जमीन में बना हुवा है जहां, कई देवी देवताओं के मंदिर सहित गौशाला भी संचालित हो रही है. संत हनुमान दास महाराज का आरोप है कि भूतपूर्व सरपंच सीताराम मीणा, रामधन, नंदलाल, ब्रजमोहन सहित करीब एक दर्जन भूमाफिया और दबंग लोग जबरन आश्रम की जमीन पर कब्जा कर धर्मशाला का निर्माण करवा रहे है.
संत का आरोप है कि गांव के ये दबंग लोग आये दिन उन्हें धमकाते है और आश्रम की बेशकीमती जमीन पर अतिक्रमण कर कब्जा कर रहे हैं. संत के अनुसार दबंगों ने आश्रम की 175 बाय 175 फुट भूमि पर जबरन कब्जा कर लिया. पक्का निर्माण कार्य शुरू कर आधी जगह पर टिन शेड भी डाल दिए. संत का आरोप है कि दबंगो द्वारा आश्रम की जमीन पर जबरन कब्जा करने को लेकर उनके द्वारा कई मर्तबा पुलिस और प्रशासन से शिकायत भी की गई मगर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई. दबंग जबरन रात के समय में आकर उन्हें धमकाते है और आश्रम की जमीन पर अवैध तरीके के निर्माण कर रहे है. संत हनुमान दास महाराज ने आश्रम की जमीन से दबंगों का कब्जा हटाने की मांग की है और कब्जा नहीं हटने पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी है.
संत हनुमान दास महाराज ने बताया कि उनके गुरु प्रभुदास महाराज ने आश्रम में सप्तऋषियों का मंदिर भी बनवाया था और मन्दिर में करीब एक दर्जन ऋषि मुनियों की मार्बल की मूर्तियां भी स्थापित की थी, लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने सभी मूर्तियों को खंडित कर तोड़ दिया. संत का कहना है कि अगर आश्रम की जमीन से दबंगों का कब्जा नहीं हटाया गया तो वे धरना प्रदर्शन के साथ ही आत्मदाह कर लेंगे. संत ने मंत्री महेश जोशी को भी आत्मदाह करने की चेतावनी दी है.
गणेश धाम आश्रम की बेशकीमती जमीन पर दबंगों द्वारा किए जा रहे कब्जे को लेकर सवाई माधोपुर कोतवाली थानाधिकारी चन्द्रभान का कहना है कि संत हनुमान दास महाराज पूर्व में आश्रम में धर्मशाला बनवाने के पक्ष में थे और संत ने ही सर्वसमाज के लोगों को धर्मशाला बनाने की इजाजत दी थी, लेकिन बाद में संत और धर्मशाला बनाने वाले लोगों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया, जिसके बाद संत द्वारा कोतवाली पुलिस को कुछ लोगों के खिलाफ शिकायत की गई थी. संत की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने आश्रम की जमीन पर निर्माणाधीन धर्मशाला का निर्माण कार्य बंद करवा दिया. साथ ही धर्मशाला के निर्माण से जुड़े लोगों को पाबंद भी किया गया था. कोतवाल का कहना है कि अगर फिर से आश्रम में किसी तरह की कोई गड़बड़ी का अवैध तरीके से किसी के द्वारा जबरन निर्माण कराने का मामला सामने आता है तो संत हनुमान दास से बात कर आरोपियों के खिलाफ आवश्यक का कानूनी कार्यवाही की जाएगी. संत द्वारा आत्मदाह की चेतावनी देने के बाद पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार विश्नोई ने कोतवाली थानाधिकारी को मामले को लेकर आवश्यक और कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं.
साथ ही प्रदेश में आए दिन साधु संतों पर हो रहे हमले और अत्याचार पुलिस की कार्य प्रणाली की पोल खोल रहे हैं. वहीं सूबे की कांग्रेस सरकार को भी कठघरे में खड़ा कर रहे है. सरकार और पुलिस की सुस्ती के चलते ही आये तीन इस तरह की घटनाएं सामने आ रही है. ऐसे में अगर गणेश धाम आश्रम के संत हनुमान दास को कुछ हो गया तो ये सरकार और पुलिस प्रशासन के लिए शर्म की बात होगी. अब देखना ये है कि संत के आत्मदाह करने की चेतावनी के बाद पुलिस प्रशासन क्या कदम उठता है.
Reporter: Arvind Singh