Sawai Madhopur news: दिल्ली-मुंबई रेलवे लाइन स्थित प्रदेश के सवाई माधोपुर जिले का सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन देश के हेरिटेज रेलवे स्टेशन में शुमार है.सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन देश का ऐसे पहला रेलवे स्टेशन है ,जिसे रेल मंत्रालय एंव डब्ल्यू डब्ल्यू एफ द्वारा बाघ बचाओ ,जंगल बचाओ एवं जल बचाओ की थीम पर सजाया एवं संवारा गया है.


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सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर नेशनल पार्क की वजह से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये इस रेलवे स्टेशन को वन्यजीवों की पेंटिंग एंव चित्रकारी से संवारा गया है. 


सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन को देश का पहला हेरिटेज रेलवे स्टेशन भी माना जाता है. रणथंभौर की वजह से पर्यटकों को बढ़ावा देने के लिए रेल मंत्रालय एंव विश्व प्रकृति निधि भारत एंव डब्ल्यू डब्ल्यू एफ के संयुक्त तत्वावधान में सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन को वन्यजीवों और पेड़-पौधों सहित प्राकृतिक छटाओं की खूबसूरत पेंटिंग एंव चित्रकारी से बखूबी सजाया गया है.


रेलवे स्टेशन की दीवारों पर वन्यजीवों की ऐसी चित्रकारी की गई है कि यहाँ आने वाला हर यात्री वन्यजीवों की पेंटिंग एंव चित्रकारी देखकर अभिभूत हो जाता है और अपने आप को सेल्फी लेने से नही रोक पाता. दीवारों पर उकेरी गई चित्रकारी की वजह से सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरते ही यात्रियों को रणथंभौर की झलक देखने को मिलती है.


सवाई माधोपुर स्थित विश्व प्रसिद्ध रणथंभौर नेशनल पार्क की वजह से सवाई माधोपुर शहर को टाईगर सिटी के नाम से भी जाना जाता है. रणथंभौर में टाईगर की बहुलता एंव पर्यटकों की पसंदीदा जगह होने के चलते रेल मंत्रालय एंव डब्ल्यू डब्ल्यू एफ द्वारा सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन को टाईगर थीम पर सँवारा गया है.


रेलवे स्टेशन पर स्थानीय स्तर के कलाकारों द्वारा रणथंभौर हस्त शैली में विश्व स्तर की टाईगर पेंटिंग की गई है. जिसके चलते सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन विश्व स्तर पर टाईगर थीम वाला पहला रेलवे स्टेशन है,साथ ही देश का पहला हेरिटेज रेलवे स्टेशन भी है.


रेलवे स्टेशन की दीवारों पर रणथंभौर हस्त कला से बनाई गई वन्यजीवों ,बाघ बाघिन एंव वनस्पतियों तथा प्राकृतिक दृश्यों की चित्रकारी एंव पेंटिंग से सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन को काफी प्रसिद्धि मिली है.


रेलवे स्टेशन पर लोगों को वन्यजीवों के प्रति जागरूक करने,बाघ बचाओ ,जंगल बचाओ एवं जल बचाओ के प्रति जागरूक करने के लिए ये चित्रकारी एंव पेंटिंग की गई है.चित्रकारी से जुड़े केपी सिंह ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर की गई चित्रकारी एक्रिल कलर से की गई है.जो 10 सालों तक खराब नही होती है. साथ ही पेंटिंग को लैमिनेट भी किया गया है.रेलवे स्टेशन पर की गई चित्रकारी एंव पेंटिंग लोगो को खासा आकर्षित करती है.


सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन अधीक्षक गोपाल लाल गुप्ता ने बताया कि सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पहले से ही देश का प्रसिद्ध हेरिटेज रेलवे स्टेशन है, और साफ सफाई एंव चित्रकारी को लेकर कई स्तर पर अवॉर्ड भी जीत चुका है,लेकिन अब रेल मंत्रालय द्वारा इस रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन स्कीम में शामिल किया गया है ,जिसके चलते यहां करीब 39.5 करोड़ की लागत से विकास कार्य चल रहा है,संपूर्ण विकास कार्य पूर्ण होने पर रेलवे स्टेशन के स्वरूप में और भी निखार आयेगा.


उन्होंने बताया कि सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन दिल्ली मुंबई लाइन पर स्थित है इस लाइन से प्रतिदिन तकरीबन 250 ट्रेनों का संचालन होता है और हजारों यात्री प्रतिदिन यात्रा करते हैं.सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन कोटा मंडल का सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला रेलवे स्टेशन है ,उन्होंने बताया कि सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन दिल्ली-मुम्बई रेलवे लाइन के साथ ही जयपुर रेलवे लाइन से भी जुड़ा हुवा है ,ऐसे में यहां प्रतिदिन 30 से 32 ट्रेनों का इंजिन बदला जाता है.जो अपने आप मे बेहद महत्वपूर्ण है.


जानकारी के मुताबिक सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन की स्थापना 1947 में हुई थी और 1957 में इस पर पहली ट्रेन पहुंची थी,तब से ही सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन अपनी खूबसूरती के लिए देश के बहतरीन रेलवे स्टेशनों में गिना जाता है.सवाई माधोपुर वैसे तो अपनी प्राकृतिक छटाओं और ऐतिहासिक गौरव के चलते विश्व स्तर पर अपनी अहम पहचान रखता है.


यहां का रणथंभौर दुर्ग विश्व विरासत में शामिल है,रणथंभौर टाइगर रिजर्व बाघों के लिए विश्व स्तर पर अपनी पहचान रखता है ,लेकिन अब सवाई माधोपुर को यहां के हेरीटेज रेलवे स्टेशन की बदौलत भी खासा प्रसिद्धि मिल रही है, जो यहां के लोगों के लिए गर्व की बात है.


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