Sawai Madhopur: सवाईमाधोपुर के रणथंभौर बाघ परियोजना क्षेत्र स्थित शोलेश्वर महादेव मंदिर के जीर्णोद्वार की मांग को लेकर शिवभक्तों ने डीएफओ कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया. इसके बाद उपवन संरक्षक को ज्ञापन देकर मंदिर जाने वाले रास्ते को दुरस्त कराने तथा मंदिर का जीर्णोद्वार कराने की मांग की.


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मंदिर की स्थापना पाण्डवों ने की


धरना प्रदर्शन में शामिल शिवभक्तों ने बताया कि रणथंभौर परिक्षेत्र स्थित शोलेश्वर महादेव मंदिर हजारों वर्ष पुराना है. इसका प्रमाण इतिहास में भी मिलता है. यह भी कहा जाता है कि मंदिर की स्थापना पाण्डवों ने अज्ञातवास के दौरान की थी. इसलिए यह ऐतिहासिक, पौराणिक व धार्मिक आस्था का केन्द्र है.


मंदिर का प्लास्टर उखड़ा


मंदिर सैकड़ों साल पुराना होने के चलते जर्जर हो गया है. मंदिर का प्लास्टर उखड़ गया है, कमरों की पटि्टयां टूट गई है. मंदिर के अंदर का मार्ग व सीढ़ियां भी टूट गई है. इसके चलते यहां आने वाले शिवभक्तों को दुर्घटना का अंदेशा रहता है.


जीरावजी की बावड़ी के पास खाई खोद दी गई


वर्तमान में शोलेश्वर मंदिर जाने वाले रास्ते में जीरावजी की बावड़ी के पास खाई खोद दी गई है, जिससे शिवभक्तों को मंदिर आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस सम्बन्ध में पूर्व में भी शिवभक्तों ने रणथंभौर नेशनल पार्क के अधिकारियों को उक्त समस्याओं को लेकर अवगत कराया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.  शिवभक्तों का कहना है कि प्रशासन को जल्द ही उचित कदम उठाना चाहिए.


ज्ञापन इन लोगों ने दिया


शिवभक्तों ने रणथंभौर नेशनल पार्क के उपवन संरक्षक से मांग की है कि मंदिर जाने वाले रास्ते में बाधक बनी खाई को भरा जाए तथा मंदिर का जीर्णोद्वार करवाया जाए. ज्ञापन देने वालों में नरेश सिंधी, अजय खंगार, देव नायक, शुभम खंगार, हरिबाबू, जगदीश, घनश्याम, सुरेश, डालूराम खंगार, छोटेलाल महावर, संजय मित्तल, अशोक, देवा खंगार, हिमांशु सैनी आदि शामिल रहे.


Reporter-Arvind Singh


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