Sawai Madhopur: सवाई माधोपुर स्थित रणथम्भौर में बाघों की ट्रेकिंग को लेकर वन विभाग पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. इसी कड़ी में एक बार फिर रणथंभौर से बुरी खबर सामने आई है. रणथंभौर की फलौदी रेंज के बलास वन क्षेत्र में विचरण करने वाली लाडली नामक बाघिन टी 8 के घायल होने की जानकारी सामने आई है. 


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पार्क भ्रमण पर गये पर्यटकों को बाघिन टी-8 लाड़ली लगंड़ाती हुई दिखाई दी है . जिसकी सूचना पर्यटकों ने वन विभाग को दी है . जानकारी के अनुसार रविवार सुबह की पारी में रणथम्भौर की फलौदी रेंज में पर्यटकों को बाघिन टी 8 लाड़ली के दीदार हुए . पर्यटकों को बाघिन बलास वन क्षेत्र में दिखाई दी. 


इस दौरान बाघिन आगे के पैर से लंगड़ाती हुई नजर आई . बाघिन अपने आगे के पैर का पंजा जमीन पर नहीं रख पा रही थी और लंगड़ाकर चल रही थी. जिसकी सूचना पर्यटकों ने वन विभाग को दी. सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. टीम ने घटना की जानकारी वनाधिकारियों की दी.


जिसके बाद रणथम्भौर की वेटरनरी डॉक्टर्स की टीम भी मौके पर पहुंची. टीम ने फिलहाल बाघिन की मॉनिटरिंग शुरु कर दी है. लेकिन हर बार की तरह इस बार भी बाघिन के घायल होने की सूचना वन विभाग को नहीं थी. घटना की जानकारी पर्यटकों ने वन विभाग को दी. जिसके बाद वन विभाग हरकत में आया.


ऐसे में एक बार फिर रणथम्भौर में बाघों की ट्रेकिंग पर सवाल खड़े हो रहे है. गौरतलब है कि इससे पहले बाघिन टी-111 की फिमेल शावक मार्च के पहले सफ्ताह में पैर से लंगड़ाती हुई दिखाई दी. जिसकी जानकारी भी पर्यटकों ने ही वन विभाग को दी थी. वहीं इस बार भी पर्यटकों ने बाघिन के लंगड़ाने की सूचना वन विभाग को दी है. जबकी इस तरह की सूचना जुटाने में वन विभाग नाकाम हो रहा है ,जो अपने आप मे बड़ा सवाल है .


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