Sawai Madhopur News : राजस्थान के सवाईमाधोपुर के मलारना चौड़ कस्बे में 70 वर्षीय बुजुर्ग रामफूल मीणा की बीमारी के चलते मौत हो गयी थी. ग्रामीण मृतक रामफूल की अर्थी को कंधे पर रखकर रवाना हुए, तो श्मशान घाट के रास्ते में 3 फीट से अधिक पानी भरा होने से अंतिम यात्रा दुखदाई साबित हुई.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रास्ते में पानी के बीच कीचड़ जमा होने से कंधे पर अर्थी लेकर चल रहे लोगों के पैर तक फिसल गए. जिसके चलते मृतक, अर्थी से कीचड़ में गिरने से बाल बाल बच गया. इसको लेकर स्थानीय ग्रामीणों में जनप्रतिनिधियों समेत अधिकारियों के खिलाफ खासा गुस्सा है.


ग्रामीणों ने बताया है कि श्मशान घाट के रास्ते में पानी निकासी का रास्ता बंद है. जिसके चलते बरसाती पानी और आसपास के मकानों का पानी भी रास्ते में भरता जा रहा है. जिससे लोगों को श्मशान घाट जाने के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है.


 उप जिला कलेक्टर किशन मुरारी मीणा ने बताया कि मलारना चौड़ गांव में पानी के बीच से अर्थी निकालने की सूचना मिली है. तहसीलदार को मामले की जांच के निर्देश दिए गये हैं. ग्राम पंचायत के माध्यम से पानी निकासी कराकर श्मशान के रास्ते को सुचारू करवाया.


रिपोर्टर- अरविंद सिंह 


कोटपूतली से लापता तीनें बच्चे कोटा में मिले, सुनाई आप बीती