सीकर आए RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल, चुनाव को लेकर कही ये बड़ी बात
आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी कुर्सी छोड़ना नहीं चाहते. सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनना चाह रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी अपने विपक्ष की भूमिका निभा नहीं पा रही है.
Sikar: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है. इसी को लेकर आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल सीकर आए और कार्यकर्ताओं से मिले और मीडिया से मुखातिब हुए. बेनीवाल ने बताय कि चूरू में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी अग्निपथ योजना, किसान कर्ज माफी समेत कई मुद्दों को लेकर एक बड़ी सभा करेगी. सीकर आए आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि इस बार पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी कुर्सी छोड़ना नहीं चाहते. सचिन पायलट मुख्यमंत्री बनना चाह रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी अपने विपक्ष की भूमिका निभा नहीं पा रही है. सदन से लेकर मंत्रियों पर लगे आरोपों पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने ही विपक्ष की भूमिका निभाई है. कांग्रेस-भाजपा एक दूसरे से हाथ मिला लेती है, जिसका उदाहरण प्रताप सिंह खाचरियावास का परिवहन को घोटाला है.
साथ ही बेनीवाल ने कहा कि जनता को पता है कि 4 साल में विपक्ष की भूमिका किसने निभाई है. जब किसानों के साथ अन्याय हुआ तो सत्ता हनुमान बेनीवाल ही 70 दिन तक दिल्ली बॉर्डर पर बैठा रहा. जब सेना को ठेके पर देने के लिए अग्निपथ योजना लाई गई, तो जोधपुर में बड़ी रैली की गई, जिसमें 2 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए. अब इसी महीने चूरू में अग्निपथ योजना समेत तमाम मुद्दों को लेकर बड़ी सभा की जाएगी, जिसमें करीब 3 से 5 लाख युवा और किसान शामिल होंगे.
आपको बता दें कि बेनीवाल ने कहा कि चुनावों के लिए अब मारवाड़ पूरी तरह से तैयार हो चुका है. शेखावाटी भी चुनाव तक तैयार हो जाएगा. इन चुनावों में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी एक दल को तीसरे नंबर पर धकेल देगी और बिना दूल्हे वाली भारतीय जनता पार्टी जिसमें करीब 12 नेता मुख्यमंत्री बनने का सपना देखते हैं. उनके सपने भी पूरे नहीं होने देंगे. राजस्थान में लोकतंत्र नहीं बचा है. अपराध के मामले में प्रदेश 23वें नंबर से पहले स्थान पर आ चुका है.
साथ ही बेनीवाल ने कहा कि इस बार राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी राजस्थान में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. यदि कहीं आवश्यकता हुई तो गठबंधन भी करेंगे, लेकिन ऐसे दलों और नेताओं को बिल्कुल भी शामिल नहीं किया जाएगा, जो कांग्रेस और बीजेपी में पहले शामिल हुए हो या फिर कई जगह ऐसा लगे कि लोकल दल को शामिल करने से पार्टी को अच्छा फायदा होगा, तो पार्टी गठबंधन करके वहां चुनाव लड़ेगी.
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