युवा वही है जो गलत के खिलाफ और सही के साथ खड़ा हो- संयम लोढ़ा
मुख्यमंत्री सलाहकार विधायक संयम लोढ़ा ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के जरीये भारत सरकार ने जो उम्मीदें जगाई थी वह सब्जबाग साबित हुई है. उन्होंने कहां कि शिक्षा पर खर्च जीडीपी के 6 प्रतिशत तक बढ़ाने का वादा किया, लेकिन वह 3 फीसदी से नीचे ही है.
सिरोही: मुख्यमंत्री सलाहकार विधायक संयम लोढ़ा ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के जरीये भारत सरकार ने जो उम्मीदें जगाई थी वह सब्जबाग साबित हुई है. उन्होंने कहां कि शिक्षा पर खर्च जीडीपी के 6 प्रतिशत तक बढ़ाने का वादा किया, लेकिन वह 3 फीसदी से नीचे ही है. इस कारण शिक्षा में आधारभूत सुधार का कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है.
केन्द्रिय विश्व विद्यालयों में उच्च शिक्षा को लगातार महंगा किया जा रहा है और छात्रों को दी जाने वाली सुविधाओं में कटौती की जा रही है. निजी करण के जरिए सरकारी नौकरियों में कटौती की जा रही है और पढ़े लिखे लड़कों को पकौडे़ तलने की सलाह दी जा रही है. यह सब हालात के खिलाफ भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन को संघर्ष छेड़ना चाहिए. यह बात मुख्यमंत्री सलाहकार संयम लोढ़ा ने पनिहारी गार्डन में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन की ओर से आयोजित छात्र स्नेह मिलन कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहीं.
लोढा ने कहां कि किसी के भी नागरिक अधिकार का हनन हो तो उसके साथ हर हाल में खडा रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो कभी आपके साथ भी ऐसा होगा तो वहीं मनोवृति काम करेगी. उन्होंने कहा कि युवा वही है जो गलत के खिलाफ खड़ा हो और सही के साथ खडा हो. आपके सामने गलत गठित हो रहा हो और आप उसके खिलाफ प्रतिक्रिया नहीं करते तो गलत के खिलाफ खड़ा होने वाला बुर्जुग हमेशा ज्यादा बेहतर है. विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि बहुत लोग ऐसे होते है जिनकी पूरी जिंदगी खत्म हो जाती है और वो मन से कभी युवा हो ही नही पाते.
विधायक संयम लोढा ने छात्रों से कहा कि आप है तो एनएसयूआई है, आप है तो स्टेज है, आप है तो माईक है. आपने जो सहयोग दिया उसके लिए हार्दिक धन्यवाद. लोढा ने कहां कि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन से जुडना पूरे देश में एक परिवार से जुडना है. आप में से बहुत लोगों को इसका अनुभव है कि मौके पर एनएसयूआई किस तरह परिवार की भूमिका निभाती है. उन्होंने अपने छात्र संगठन के स्मरण भी सुनाये कि किस तरह छात्र जीवन में महिला अत्याचार के खिलाफ लडने के कारण उन पर कलक्टर की गाडी को तोडने का मुकदमा दर्ज किया गया. 13 साल पेशी पर जाने के बाद बरी हुए. लोगो के हक में हर तरह का संघर्ष करना पडता है.
एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चैधरी ने कहां कि राजस्थान में जिस प्रकार संयम लोढ़ा जी सिरोही में एनएसयूआई का मार्गदर्शन कर रहे है उसी प्रकार अगर राजस्थान में हर नेता एनएसयूआई का साथ दे तो राजस्थान में एनएसयूआई को मजबूत होने से कोई न रोक सकता.
चैधरी ने कहा कि सिरोही में जिस प्रकार छात्रसंघ चुनाव के नतीजे आए हैं उससे पूरे राजस्थान में एक संदेश गया है. राजस्थान की पूरी छात्रशक्ति की नजर सिरोही पर है. दो साल से छात्रसंघ चुनाव नहीं हो रहे थे, जिस पर सिरोही विधायक संयम लोढ़ा सहित राजस्थान के कई विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर आग्रह किया. आग्रह स्वीकार करते हुए छात्रसंघ चुनाव करवाने की घोषणा की. छात्रसंघ चुनाव में राजस्थान में 39 फीसदी मत प्राप्त किया है. जबकि विपक्षी पार्टी के संगठन ने 21 फीसदी मत प्राप्त किये थे. ये एनएसयूआई के मजबूत संगठन की ताकत थी कि विपक्षी संगठन के प्रत्याशियों की जमानते जब्त हुई.
Reporter- Saket Goyal
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