sikar news: सीकर जिले के रींगस कस्बे में वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार होली पर्व के दूसरे दिन धूलंडी को दुल्हे की बारात और मुर्दे की शवयात्रा एक साथ निकाली गई. इससे पूर्व श्री सूर्य मंडल समाज सेवा समिति द्वारा कस्बे के चौपड़ बाजार स्थित गोपीनाथ राजा मंदिर प्रांगण में भजन संध्या का आयोजन किया गया. 


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वहीं कस्बे के युवाओं के जरिए भाईचारे और  सद्भाव के साथ एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर होली की बधाईयां दी गई. श्री सूर्य मंडल समाज सेवा समिति अध्यक्ष हरिप्रसाद बलौदा और  पार्षद राकेश भादुपोता ने बताया कि, अनूठे अंदाज में मनाई गई धूलंडी पर्व में दुल्हे की बारात कस्बे में खुशहाली आने का प्रतीक होती है. वहीं मुर्दे की शवयात्रा से कस्बे की बुराईयों का अंत किया जाता है. इस अनूठे आयोजन में दो पक्ष शामिल होते हैं, जो शवयात्रा के साथ चलते हैं. वो विलाप करते हैं और बारात में शामिल लोग खुशियां मनाते हैं. 


आपको बता दें धूलंडी खेलने वाले युवाओं में से ही किसी व्यक्ति को दूल्हे के रूप में सजाकर ऊंट पर बिठा कर बारात निकाली जाती है. और घांस-फूस से बनाए गए मुर्दे का दशहरा मैदान में ले जाकर दहन किया गया. जिसके बाद कस्बे के लोगों ने सभी बुराईयों को त्याग कर शांति और सद्भाव से रहने का प्रण लिया. इस दौरान सैंकड़ों की संख्या में कस्बेवासी मौजूद रहे.


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