Sikar News: सीकर सदर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए धन वर्षा का झांसा देकर नाबालिग से दुष्कर्म करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने बताया कि 16 जून को परिवादिया ने सदर थाने में एक मामला दर्ज करवाया कि आरोपी ने प्रार्थना से मिलकर धन वर्षा करवाने का लालच देकर लक्ष्मी के रूप में पूजा करवाने का दशा देकर उसके नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया है. 


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रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने कन्हैया लाल पुलिस उपाध्यक्ष एससी एसटी सेल को इस मामले की जांच दी और एक टीम का गठन किया, जिसमें टीम द्वारा जांच की गई तो परिवादिया हरिराम जी पुजारी देव की पुजारी बताया, जिसे आरोपी रणवीरसिंह से फोन पर संपर्क था. परिवादिया की आर्थिक तंगी में होने की स्थिति बताने पर रणवीर सिंह ने तंत्र विद्या के द्वारा आर्थिक तंगी दूर करने का उसको उपाय बताए. 



परिवादिया ने आरोपी के बताए अनुसार, अपने आर्थिक तंगी दूर करने के लिए उसे सीकर बुलाया. आरोपी ने इस पर विशेष पूजा अर्चना में लक्ष्मी के रूप में एक लड़की की पूजा में आवश्यकता होना भी बताया. इस पर परिवादिया अपने जेठूती को पूजा के लिए लेकर आई और पूजा के दौरान कोई धन वर्षा नहीं और तथाकथित धन वर्षा की पूजा के दौरान आरोपी रणवीर सिंह के अपने सहयोगी मानसिंह के साथ मिलकर पूजा में बैठे नाबालिग बालिका के साथ दुष्कर्म किया. 


इस घटना की पुलिस को सूचना मिलने पर धन वर्षा के लिए पूजा के बहाने नाबालिग के साथ दुष्कर्म का प्रकरण भी दर्ज किया गया, जिसमें टीम द्वारा जांच करने पर आरोपी तांत्रिक रणवीर सिंह और उसके सहयोगी मानसिंह को गिरफ्तार किया गया. आरोपी द्वारा धन वर्षा की बजाय पूजा में बेटी बालिका से दुष्कर्म करने का पता चलने पर परिवादी पक्ष द्वारा दो दिनों तक घटना की कोई सूचना पुलिस को नहीं दी गई. आरोपी तांत्रिक से समझौते के नाम पर रूपयो की मांग करना भी पुलिस के जांच में सामने आया. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने धन वर्षा का ढांचा देखकर दुष्कर्म करने का करना भी कबूल किया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. 



आरोपी द्वारा परिवादिया को पहले न्यूड लड़की द्वारा धन वर्षा करते हुए वीडियो दिखाया गया. अभी बात सामने आई है. पूरे मामले की जांच कर रही है. पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने बताया कि दोनों केस में जब जांच की गई तो सामने आया कि इस पूरे प्रकरण में दोनों ही पक्षों का मकसद ठगी करना था. रणवीर और मानसिंह ने परिवादिया को लालच दिया कि पूजा पाठ करके हम धनवर्षा करवा सकते हैं. परिवादिया को झांसे में लेने के लिए उन्होंने एक वीडियो भी भेजा. उस वीडियो में कुछ ऐसा था कि उन्होंने चेहरा ढका हुआ था और न्यूड लड़की बैठी थी. पास में पैसे के बैग और कार्टून भी रखी हुई थी. परिवादिया ने दोनों को यहां बुलाया. यहां परिवादिया ने अपने ही एक रिश्तेदार की नाबालिग लड़की को बुलाया और उसके साथ दोनों को पूजा करने के लिए कहा. उस पूजा के दौरान ही रणवीर ने उसे नाबालिग के साथ गलत काम किया. फिर जैसे ही सीमा महाराज को पता चला कि धन वर्षा हुई नहीं और गलत काम हुआ है तो उसने पुलिस को इन्फॉर्म करने की बजाय उन दोनों को बंधक बनाया. फिर बंधक बनाकर उनसे फिरौती की रकम मांगी.



इस पूरे केस की पड़ताल में सामने आया कि रणबीर का मकसद तो था कि कैसे भी पूजा के नाम पर बेवकूफ अवैध बनाकर संबंध बनाना और सीमा महाराज का टारगेट था कि जो भी पूजा करने आएगा वह या तो गलत काम करेगा, वरना पूजा पाठ तो करेगा ही, जिसके आधार पर वीडियो और फोटो रिकॉर्ड करके पैसा ऐठ लेंगे. इस केस में केवल नाबालिग बच्ची निर्दोष है, जिसका दोनों ही पक्षों के द्वारा अपने-अपने स्वार्थ को लेकर यूज किया गया.