चमत्कार! अनियंत्रित होकर पलटी कार,1 की मौत 4 साल की बच्ची को खरोंच भी नहीं आई
अनूपगढ़ विधानसभा की रावला मंडी के पास आज एक कार अनियंत्रित होकर पलट गई.जिसमें कार सवार चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.
Sri Ganganagr: अनूपगढ़ विधानसभा की रावला मंडी के पास आज एक कार अनियंत्रित होकर पलट गई.जिसमें कार सवार चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. राजेंद्र कुमार जाखड़ ने बताया कि मदन लाल(35) पुत्र रामकरण ओड निवासी जगासर अपने परिवार के सदस्यों मंजू(28) पत्नी इंद्राज ओड निवासी राववाला,विनोद(23) पुत्र प्रेमकुमार ओड निवासी 25बीएलडी, राहुल(4) पुत्र इंद्राज और कृष्णा(4) पुत्री हंसराज कार में सवार होकर गांव जगासर से श्रीविजयनगर की ओर जा रहे थे. मृतक मदन लाल स्वयं गाड़ी चला रहा था जैसे ही यह रावला के पास पहुंचे उसी समय कार अनियंत्रित होकर पलटी गई.कार के पलटते ही मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई.
लोगों ने कार में से सभी को बाहर निकाला. इस दुर्घटना में कार में सवार 4 जने घायल हो गए. प्रत्यक्षदर्शियों ने एंबुलेंस की सहायता से घायलों को राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया जहां चिकित्सकों के द्वारा इलाज शुरू कर दिया गया मगर इलाज के दौरान मदनलाल की मौत हो गई जबकि मंजू विनोद और राहुल की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया.
मौके पर पहुंची पुलिस
सूचना मिलने पर रावला पुलिस मौके पहुंची और मौका मुआयना किया. पुलिस के द्वारा इसकी सूचना घायलों के परिजनों को दी गई. सूचना मिलने पर मदन लाल के पिता रामकरण सहित घायलों के परिजन भी रावला के राजकीय चिकित्सालय पहुंचे. पुलिस ने बताया कि मृतक मदन लाल के शव को राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवा दिया गया है.
डॉ राकेश गहन पर लगाए लापरवाही बरतने के आरोप
यूनियन के प्रधान राजेंद्र कुमार जाखड़ डॉ राकेश गहन पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं.प्रधान जाखड़ ने बताया कि मदनलाल की हालत काफी गंभीर थी और मौके पर पहुंचे लोगों ने डॉ राकेश गहन को मदनलाल को रेफर करने के लिए कई बार कहा मगर डॉक्टर राकेश गहन का कहना था कि जब तक मदनलाल के परिजन नहीं आ जाते हैं उसे रेफर नहीं किया जाएगा. प्रधान जाखड़ ने बताया कि डॉक्टर ने मदनलाल को लगभग आधा घंटा देरी से रेफर किया है अगर समय रहते मदनलाल को रेफर कर देते तो शायद वह बच जाता.
ये भी पढ़ें- Churu: भाजपाइयों ने उपखंड कार्यालय पर की नारेबाजी, विभिन्न मुद्दों पर जताया विरोध
डॉ राकेश गहन का कहना है कि उन्होंने मदनलाल को प्राथमिक उपचार करते ही रेफर कर दिया था मगर एंबुलेंस के चालक बीरबल और ईएमटी रवि के द्वारा परिजनों के बिना मदनलाल को ले जाने के लिए मना कर दिया गया था जबकि एंबुलेंस चालक बीरबल और ईएमटी रवि ने सभी आरोपों को गलत बताया है.
मृतक मदन के पिता शव देखते ही चक्कर खाकर गिरे
मृतक के पिता रामकरण अपने बेटे मदन का शव देखा तो उनका रो रो कर बुरा हाल हो गया और रामकरण मधुर केशव के पास ही चक्कर खा कर नीचे गिर गए पास में खड़े लोगों ने रामकरण को संभाला और आदर्श बताया मृतक के पिता ने बताया कि मृतक अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ गांव में ही रहता था और मेडिकल स्टोर पर काम करता था.मृतक मदन लाल के 7 वर्षीया और चार वर्षीय दो बेटियां हैं और 2 वर्षीय बेटा है.मदनलाल घर पर अकेला कमाने वाला था.