Sriganganagar News: पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा है कि वे हमेशा से 36 कौमों को साथ लेकर चली हैं. संस्कारों में पली होने के नाते साधु-संतों का आशीर्वाद सिर पर बना रहता है. श्रीजंभेश्वर भगवान के जयघोष के साथ बताया कि श्री बिश्नोई समाज के लोगों ने श्रीबिश्नोई मंदिर की जगह का पट्‌टा देने की मांग मेरे समक्ष रखी. 


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सीएम होने के नाते 27 मार्च 2018 को मंदिर की जगह का पट्‌टा स्वयं देने मंदिर आई तब समाज के लोगों ने मंदिर निर्माण का विश्वास दिलाया था, कि आज मंदिर बनने पर मुझे श्रीजंभेश्वर भगवान के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. पूर्व सीएम राजे गुरुवार को श्रीबिश्नोई मंदिर में जंभाणी हरि कथा के चलते अपने संबोधन में यह बात कही. 


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पूर्व सीएम ने अपने भाषण में बिश्नोई समाज को साधते हुए कहा कि पर्यावरण और पशु-पक्षी प्रेमी बिश्नोई समाज का दुनिया में नाम है. गुरू जंभेश्वर महाराज ने कहा था कि भगवान कण-कण में है. उसी सीख को धारण कर बिश्नोई समाज पेड़-पौधों और पशु-पक्षियों की रक्षा कर रहा है. श्रीजंभेश्वर महाराज के 29 नियमों का उल्लेख करते हुए उनको जीवन में उतारने की बात कही. 


पक्ष और विपक्ष दोनों पर साधा निशाना
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने अपने संबोधन में बिश्नोई समाज के नियमों का हवाला देते हुए इशारों ही इशारों में पक्ष और विपक्ष पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बिश्नोई समाज के 29 नियमों में से 13वां नियम है निंदा नहीं करना. 14 वां नियम है झूठ नहीं बोलना. लेकिन कई लोगों को निंदा किए बिना और झूठे आरोप लगाए बिना नींद ही नहीं आती. झूंठे आरोप उसी पर लगते हैं, जो विपक्ष की नींद उड़ा कर रखते हैं. कई लोग षडयंत्र पूर्वक एक ही झूठ बोलते आ रहे हैं कि वो तो मिले हुए हैं. ऐसे लोगों को सोचना चाहिए कि जिससे हमारे सिद्धांत और विचारधारा नहीं मिलती. रोज़-रोज़ कर्णभेदी व अमर्यादित भाषा सुनने को मिली हो. उनसे मिलीभगत होना संभव ही नहीं है. क्या कभी दूध व नींबू रस आपस में मिल सकते है?


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हल्दी की गांठ क्या मिल जाती, अपने आपको पंसारी समझने लगते 
यही नहीं, बिश्नोई समाज के 20वां नियम अहंकार का त्याग का उल्लेख करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि ये सब नये-नये राजनीतिज्ञ में होता है. हल्दी की गांठ क्या मिल जाती है, अपने आपको पंसारी समझने लगते हैं. न छोटों से सद व्यवहार और न बड़ों का सम्मान करते हैं, जो हमारी पार्टी में नहीं है. 10वां नियम है क्षमा, को परिभाषित करते हुए कहा कि जो बिलकुल ही क्षमा करने योग्य ना हो उसे कभी क्षमा नहीं करना चाहिए और 12 वां नियम है-चोरी नहीं करना, पर व्यंग्य कसते हुए कहा कि भ्रष्टाचार एक क़िस्म की चोरी होती है. जहां बिना पैसे कोई काम नहीं होता. वहां महंगाई कैसे कम होगी?


भ्रष्टाचार राहत कैंप लगाए
उन्होंने प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कैंप लगाने है तो भ्रष्टाचार राहत कैंप लगाए. महंगाई अपने आप कम हो जाएगी. पूर्व सीएम राजे ने आने वाले विधानसभा चुनाव का संकेत देते हुए कहा कि वे ऐसे लोगों को सेवा का मौका दे जो 36 कौमों का भला कर सके, यानि हमें फिर से सेवा का मौका दे. प्रदेश की साढ़े 4 की कांग्रेस सरकार के शासन में प्रदेश में आतंकी घटनाएं, गैंगवार, हत्याएं, कुकर्म, गैंगरेप, फिरोती, चोरी, लूट, डकैती, सांप्रदायिक दंगे, बेरोग़ारी व पेपर लीक आम बात हो गई है. इसमें भी कई लोग दुष्प्रचार करते हैं कि वो तो मिले हुए हैं. पूर्व सीएम राजे ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों का बखान करते हुए सिंचाई के क्षेत्र में 3 हजार 700 करोड़ रुपए खर्च करने, सेम समस्या, नहरों की रीलाइनिंग, सूरतगढ़ से अनूपगढ़ सीसी सड़क, असिंचित क्षेत्र के 37 गावों को स्पेशल केटेगिरी में कृषि कनेक्शन मिलने की बात कही. किसान ऑनलाइन गेहूं बेचने के फेर में उलझे हुए हैं.


मंदिर में निर्मित हॉल और यज्ञशाला का लोकर्पण किया
घरेलू बिजली देने के साथ 6 घंटे किसानों को बिजली उपलब्ध करवाई. प्रदेश के बिजली उत्पादन की 23 में से 4 यूनिट बंद है, तो 19 में बिजली उत्पादन पूरा नहीं हो रहा. इससे पहले पूर्व सीएम ने मंदिर में निर्मित हॉल और यज्ञशाला का लोकर्पण किया. 


इसके बाद मंदिर में श्री जंभेश्वर भगवान की प्रतिमा के दर्शन किए. मंच पर पूर्व सीएम राजे ने वर्तमान सांसद, पूर्व सांसद पूर्व मंत्री, विधायकों और जिला पदाधिकारियों का नाम बोलते हुए सब को साथ लेकर चलने का संकेत देते हुए अपना संबोधन शुरू किया. महाराज राजेंद्रानंद, अखिला भारतीय श्रीबिश्नोई महासभा अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया, श्रीबिश्नोई सभा समिति अध्यक्ष भागीरथ कड़वासरा व विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने राजे का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए स्मृति चिंह भेंट किया. मंच संचालन प्रेम बिश्नोई ने किया. 


किसी ने फूल माला, तो किसी ने चुनरी ओढ़ा कर किया स्वागत
पूर्व सीएम राजे जैसे ही मंच पर पहुंची, कि कथा वाचक राजेंद्रानंद महाराज को दंडवत प्रणाम किया. महाराज को शॉल ओढ़ाया और आशीर्वाद लिया. महाराज ने राजे को शॉल ओढा कर आशीर्वाद दिया. महाराज ने पूर्व सीएम राजे का मंदिर का पट्‌टा बनाने पर आभार जताया. 


श्रीगुरुद्वारा सिंहसभा में श्रीगुरू ग्रंथ साहेब के समक्ष टेका मत्था
पूर्व सीएम राजे का सूरतगढ़ दौरा राजनीति के इर्द-गिर्द रहने के रानीतिक परिपेक्ष की दृष्टि से देखा जा रहा है. वहीं, सांसद निहालचंद मेघवाल व पूर्व विधायक राजेंद्र भादू के लिए अहम रहा. कारण, राजे ने दोनों नेताओं को तवज्जजों दी, तो दोनों जिलों के जनप्रतिनिधियों के साथ होने का ईशारा किया. पूर्व सीएम ने धरातल पर भावी सीएम की दावेदारी का जनता को सीधा संदेश देने का प्रयास किया. सीएम ने थर्मल इरेक्टर हॉस्टल में सांसद मेघवाल व पूर्व विधायक भादू व विधायक बिहारीलाल बिश्नोई से मंत्रणा कर फीडबैक लिया. हालांकि राजे थर्मल पहुंचे दोनों जिलों के जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की. पूर्व जिला प्रमुख पृथ्वीराज मील भी राजे से भेंट की. थर्मल में पूर्व सीएम ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई. 


युवाओं ने रखी ये मांगें
थर्मल से वाहनों के काफिले के साथ सूरतगढ़ पहुंचने पर श्रीगुरूद्वारा सिंहसभा में विधाकक शाहपीनी, पूर्वमंत्री गुरजंट सिंह, भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष गुरवीर सिंह और शरणपालसिंह मान ने सिख समाज के लोगों के साथ राजे का स्वागत किया. पूर्व सीएम ने श्रीगुरुग्रंथ साहेब के समक्ष मत्था टेक अरदास की. महाराजा सिनेमा के समक्ष विनोद सरस्वत, प्रेमसिंह राठौड़ के नेतृत्व में युवाओं ने स्वागत करते हुए खेल स्टेडियम में ट्रैक की मांग की. बीएसएलएल कार्यालय के समक्ष नरेंद्र घिंटाला के नेतृत्व में भाजपा कार्यकताओं ने स्वागत करने पर राजे ने आशीर्वाद बनाए रखने की बात कही.