Sadulshahar: कोरोना काल के बुरे दौर में अपनों ने असमय साथ छोड़ दिया था ऐसे में प्रशासन ने कोरोना प्रोटोकॉल से कोरोना संक्रमित मृतकों का अंतिम संस्कार करवा दिया. लेकिन उनके अपने अस्थियों और फूल चुनने के लिए कल्याण भूमि पर नहीं पहुंचे. बारह लोगों की कल्याण भूमि में रखी अस्थियां आज भी अपनों के आने का इंतजार कर रही है. जो लोग अस्थियां लेने नहीं पहुंचे उनकी अस्थियां कल्याण भूमि पदाधिकारियों ने लॉकर में रखवा दी है और अब नए शवों के लिए अस्थियां रखने के लिए जगह नहीं बची है.


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कोरोना काल के दौरान सादुलशहर उपखण्ड प्रशासन द्वारा लगभग डेढ़ वर्ष पहले कुछ कोरोना सक्रमित शवों का अंतिम संस्कार करवाया था। इन शवों का अंतिम संस्कार तो विधि विधान से करवा दिया गया. लेकिन इन शवों की अस्थियां लेने कोई नहीं पहुंचा. ये अस्थियां आज भी कल्याण भूमि के लॉकरों में रखी हुई हैं. जिनका विसर्जन नहीं हो पाया है. अब नए शवों की अस्थियां रखने के लिए जगह ही नहीं बची है. व्यापार मंडल के सेवादार रामचंद्र के अनुसार कोरोना काल में प्रशासन ने बारह शवों का अंतिम संस्कार करवाया था और उसके बाद से ना तो इनके अपनों ने और ना ही प्रशासन ने इनकी सुध ली और अब अन्य शवों की अस्थियों के लिए जगह नहीं बची है. उधर व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष प्रवेश गोयल ने कहा कि कल्याण भूमि में काफी समय से ये अस्थियां रखी हुई हैं. कल्याण भूमि में जितने लॉकर हैं वो सब भर गए हैं ऐसे में प्रशासन को इन अस्थियों का विसर्जन करवाना चाहिए. ताकि नए शवों के लिए जगह हो सके. इसके लिए एसडीएम आफिस में एक ज्ञापन भी दिया गया है.


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एसडीएम दयानन्द रूयल ने कहा कि व्यापार मंडल को एक ज्ञापन मिला है. पता चला है कि कई शवों का अंतिम संस्कार प्रशासन ने करवाया था और बारह लोगों की अस्थियां आज भी कल्याण भूमि में पड़ी हुई हैं. एसडीएम ने कहा कि श्रीगंगानगर की राम नाम सेवा संसथान नाम की एक संस्था से बात की गयी है. ये संस्था लावारिश शवों का अंतिम संस्कार और अस्थियों का विसर्जन प्रशासन की अनुमति से करती है. इसके साथ साथ जिला प्रशासन से भी बात की जाएगी और इस समस्या का निस्तारण किया जायेगा.


रिपोर्टर-कुलदीप गोयल