Naresh Meena Slap Incident: टोंक से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की गिरफ्तारी मामला को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है. जानकार सूत्रों के अनुसार, निवाई कोर्ट में नरेश मीणा को पेश किया जाएगा. दोपहर 2 बजे तक कभी भी पेश किया जा सकता है. हालांकि पुलिस अधिकारी कर रहे वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेश करने की कोशिश. निवाई कोर्ट के बाहर पुलिस जाप्ता तैनात किया गया.  


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राजस्थान में नरेश मीणा थप्पड़ कांड को लेकर बवाल मचा हुआ है. यह मामला टोंक के समरावता गांव का है. ऐसे में टोंक जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने की ज़ी मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह पूरा घटनाक्रम नरेश मीणा के द्वारा प्री-प्लॉन था. 



दरअसल पंचायत समिति बदले जाने को लेकर ग्रामीणों में रोष था. वहीं, आचार संहिता और चुनाव के चलते ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया था. वहीं, अचार संहिता समाप्त होने के बाद ग्रामीणों की मांग को लेकर हाई लेवल तक पहुंचाने का आश्वासन का दिया था. 



वहीं, नरेश मीणा की मांग थी कि जिला कलेक्टर लिखित में लिखकर दे. इसके चलते नरेश मीणा और उसके समर्थकों को समझाने के लिए एडीएम और एसडीएम को भी भेजा गया.


जिला कलेक्टर डॉ. सौम्या झा ने कहा कि मैंने खुद चार बार फोन किया लेकिन नरेश मीणा ने फोन नहीं उठाया.  इसके बाद लोगों को नरेश मीणा द्वारा उकसाया गया और यह पूरा बवाल हुआ.  जिला कलेक्टर ने कहा कि पुलिस और प्रशासन के बेहतर को ऑर्डिनेशन के चलते सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हुई और अब समरावता गांव में शांति बनी हुई है. 


बता दें कि बुधवार देर रात को नरेश मीणा पुलिस की पकड़ से दूर हो गए थे. वहीं, फरार होने के बाद रात 2:40 पर उनका पोस्ट सामने आया, मैं ठीक हूं... ना डरे थे ना डरेंगे, आगे की रणनीति बता दी जाएगी. 


इसी रणनीति के अनुसार, गुरुवार को वापस गांव में पुलिस के बीच पहुंचे और सफाई दी. साथ ही पुलिस के आगे सरेंडर कर दिया. नरेश मीणा ने जबरन वोटिंग के विरोध के नाम पर एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारा था. इसके बाद ही बवाल शुरू हुआ.