Tonk Holi unique celebration: टोंक जिले के मालपुरा उपखंड के पचेवर क्षेत्र के नगर गांव में सोमवार को धूलहेंडी के अवसर पर अनूठे तरीके से रंगों की होली खेलने की परंपरा चली आ रही है. यह परंपरा लगभग 500 वर्षों से चली आ रही है. धूलंडी के दिन नगर गांव में महिलाओं का राज होता है, गांव के सभी पुरुष आज के दिन यानी कि धूलण्डी के दिन सुबह जुलूस के रूप में नाचते गाते हुए गांव से 5 किलोमीटर दूर चामुंडा माता जी के मंदिर स्थान पर जाते हैं.


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 चामुंडा माताजी मंदिर स्थान पर मेला भी लगता है. वहां पर मेले में विभिन्न प्रकार की दुकानें भी सजाई जाती है तथा ग्रामीणों की ओर से खरीदारी की जाती है. इधर, गांव में धूलण्डी पर महिलाओं का राज होता है गांव में बड़े-बड़े कड़ाव रंगों से भरकर महिलाएं पुरुषों के कपड़े पहनकर एक दूसरे को कड़ाव में डालती है तथा एक दूसरे को रंग लगाती हैं. एक दूसरे को रंग लगाकर मंगल गीत गाकर नृत्य करके धूलंडी का त्यौहार मनाया जाता है. 


इस वर्ष भी नगर गांव में जगह-जगह कड़ाव रंग से भरकर महिलाओं के अलग-अलग झुंडों में रंगों से होली खेली जा रही है. इधर गांव के पुरुष चामुंडा माता मंदिर पहुंचते है जहां पर नगर गांव की समस्याओं पर चर्चा करते है तथा चामुंडा माता मंदिर में मंगल गीत व भजन कीर्तन करते है. नगर गांव में यह अनूठी रंगों की होली की परंपरा लंबे समय से चली आ रही है आज भी गांव के महिला पुरुष उस परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं.


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