मालपुरा को जिला बनाने की मांग को लेकर डिग्गी बंद, रोजमर्रा के सामान के लिए लोगों को हो रही परेशानी
Tonk , malapura News: मालपुरा को जिला नहीं बनाने को लेकर शनिवार को विश्व प्रसिद्ध तीर्थनगरी डिग्गी का संपूर्ण कस्बा पूर्णतया बंद है. जिसके कारण लोगों को अपनी रोजमर्रा की चीजों के लिए भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
Tonk , malapura News: प्रदेश में 19 जिलों की घोषणा होने के साथ ही मालपुरा को जिला नहीं बनाने पर मालपुरा जिला बनाओ कोर कमेटी के तत्वावधान में मालपुरा को जिला बनाने की मांग धीरे-धीरे आंदोलन का रूप लेने लगी है. मालपुरा को जिला बनाने की मांग को लेकर विश्व प्रसिद्ध तीर्थनगरी डिग्गी का संपूर्ण कस्बा पूर्णतया बंद है. डिग्गी नुक्कड़ चौराहा भी बंद है. बंद के आह्वान को लेकर सम्पूर्ण कस्बा पूर्णतया बंद है. जिसके चलते शनिवार सुबह से ही डिग्गी वासियों को अपनी रोजमर्रा की चीजों के लिए भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. लोगों को सब्जियां भी नहीं मिल पा रही है.
यह भी पढ़ेंः उदयपुर, अजमेर और भीलवाड़ा समेत ये 9 जिले राजस्थान कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी !
तीर्थ नगरी डिग्गी में श्री जी के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद नहीं मिलने से बिना प्रसाद के ही मंदिर में जा रहे हैं. प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को आज बिना प्रसाद चढ़ाएं श्रीजी के दर्शन करने पड़ेंगे. बंद के चलते लाखों रुपए का कारोबार प्रभावित होगा. डिग्गी को तहसील बनाने व नगरपालिका बनाने की मांग तथा मालपुरा को जिला बनाने की मांग को लेकर जिला कोर कमेटी के आह्वान पर व्यापारिक संगठनों के आह्वान पर संपूर्ण डिग्गी कस्बा बंद रहेगा.
जिला बनाने की मांग वर्षों से चली आ रही है
ग्रामीणों ने बताया कि मालपुरा को जिला बनाने की मांग वर्षों से चली आ रही है लेकिन राज्य सरकार ने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाते हुए मालपुरा के समीप दूदू व केकड़ी को जिला बना दिया तथा मालपुरा को जिला बनाने से वंचित रखना मालपुरा के लिए सरासर अन्याय है. वर्ष 1950 में मालपुरा जिला था लेकिन बाद में देशी रियासतों के एकीकरण में मालपुरा की जगह टोंक को जिला बना दिया गया. ग्रामीणों ने बताया कि राज्य सरकार ने मालपुर को जिला घोषित नहीं किया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. बंद के चलते बाजारों में पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है. लोगों की आवाजाही भी बहुत कम है. अघोषित कर्फ्यू की स्थिति बनी हुई है.
यह भी पढ़ेंः भगवान महावीर के सारथी बने हिंडौन के एसडीएम, बैंड बाजे की धुन पर निकाली शोभायात्रा