Dungarpur: राजस्थान के डूंगरपुर (Dungarpur News) जिले में मुर्दे को कोरोना (Corona) टीका लगाने का मामला सामने आया है. 72 साल की एक बुजुर्ग महिला की 8 महीने पहले मौत हो गई है लेकिन उसकी मौत के बाद अब कोरोना का टीका लगने का मैसेज आया है. ऐसे में वैक्सीनेशन अभियान पर कई सवाल खड़े हो रहे है और मामले में सीएमएचओ ने जांच करवाने की बात कही है. 


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कोरोना की संभावित तीसरी लहर के बीच जिले में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान (Vaccination Campaign) चलाया जा रहा है. गांव-गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीमें वैक्सीनेशन के लिए घूम रही है लेकिन वैक्सीनेशन में बड़ी लापरवाही सामने आ रही हैं. सीमलवाड़ा ब्लॉक के धंबोला गांव में तारा देवी पंचाल (72) पत्नी बसंतलाल पंचाल के कोरोना की पहली डोज 3 मार्च को लगी थी. 


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इसके बाद महिला कोरोना पॉजिटिव हो गई और 15 मार्च को महिला की कोरोना से मौत भी हो गई लेकिन महिला की मौत के 8 महीने बाद तारा देवी के मोबाइल पर आए एक मैसेज ने सभी को चौका दिया. 6 दिसंबर को आए मैसेज में 8 महीने पहले मृत तारा देवी पंचाल को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगने की जानकारी है. मैसेज में महिला के कोविशिल्ड वैक्सीन लगने की सूचना है लेकिन महिला की मौत 8 महीने पहले ही हो चुकी है. 


महिला तारा देवी के फोन पर आए मैसेज लिंक में उसके कोरोना की दोनों डोज लगने का सर्टिफिकेट भी आ गया है. सबसे चौकाने वाली बात यह है कि जब महिला की 15 मार्च को मौत हो गई है तो 8 महीने बाद उसके नाम से वैक्सीन आखिर किसे लगाई गई. वहीं, वैक्सीनेशन में इसी तरह की गड़बड़ियों की संभावना को भी जोर मिल रहा है. हालांकि इस मामले को लेकर सीएमएचओ डॉ राजेश शर्मा से बात की तो बताया कि यह गंभीर मामला है और इसकी जांच करवाई जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है महिला के नाम से किसी दूसरे ने वैक्सीन लगवा ली हो और फिर गलत नंबर चढ़ गया हो. इसकी जांच के बाद ही पता लग सकेगा.