उदयपुर: कांग्रेस के चिंतन शिविर का शनिवार को दूसरा दिन था. चिंतन शिविर में आज पी चिंदबरम, अशोक गहलोत, राहुल गांधी ने भी अपनी बात रखीं. रविवार को शिविर का तीसरा और आखिर दिन है. आखिर दिन पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी अपने विचार रखेंगे. वहीं, अलग- अलग पैनल बनाए गए हैं, जो पार्टी को भविष्य का रोडमैप देंगे. इनमें पोलिटिकिल पैनल सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण है .जिसमें गुलाम नबी आजाद ,कमलनाथ , अशोक चौहान, भूपेश बघेल, पवन खेरा, रंजीत रंजन ,आचार्य प्रमोद कृष्णन, रघु शर्मा शामिल है और इस पैनल के कन्वीनर मिल्कार्जुन खड़गे हैं. तमाम शिकायतों के बावजूद भी कांग्रेस की मौजूदा स्थिति को लेकर नेताओं ने चिंता जताई.


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प्रियंका को अध्यक्ष बनाने की मांग


जानकारी के मुताबिक, धर्मगुरु और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने मुखरता से प्रियंका गांधी को अध्यक्ष बनाने की बात रखी है. बताया जा रहा जब  प्रमोद कृष्णन यह बात कह रहे थे उस दौरान सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी की मौजूद थीं. आचार्य का कहना था कि 'दो साल से राहुल गांधी को मनाने की कोशिश हो रही है. क्या राहुल गांधी अध्यक्ष बनने को तैयार है? अगर वो तैयार नहीं तो प्रियंका गांधी वाड्रा को अध्यक्ष  बनाया जाए, क्योंकि वो हिंदुस्तान का सबसे लोकप्रीय चेहरा हैं.


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दीपेंद्र हुड्डा और रंजीता रंजन ने भी प्रियंका के नाम पर जताई सहमति


प्रमोद कृष्णन की बात को दीपेंद्र हुडा ने भी समर्थन किया. हुड्डा ने कहा कि प्रियंका को राष्ट्रीय स्तर पर लाना चाहिए ना कि एक राज्य में सीमित करना चाहिए. वहीं, रंजीत रंजन ने भी प्रियंका गांधी के नाम पर हामी भरी. रंजीता रंजन ने कहा कि एक प्रदेश में उनको सीमित करना सही नहीं है. हालांकि, इस समय सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी दोनों वहां मौजूद थीं. दोनों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. उस समय राहुल मौजूद नहीं थे. हालांकि, खड़गे ने उन्हें टोकने की कोशिश की पर उन्होंने उल्टा जवाब दे दिया.


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नहीं सुधरे तो खत्म हो जाएंगे


सूत्रों के अनुसार राजस्थान के पूर्व मंत्री रघु शर्मा ने बैठक में कहा कि हम नहीं सुधरे तो खत्म हो जाएंगे. गुजरात के प्रभारी रघु शर्मा ने दो टूक कहा कि अगर हम हिमाचल और गुजरात के चुनाव नहीं जीते तो 2024 भूल जाइए.


नव संकल्प बिना पोस्टमार्टम के!
दरअसल शिविर के शुरू होने से पहले चिंतन शिविर के आगे 'नव संकल्प' लगा दिया गया. इस चिंतन शिविर का मकसद था आत्ममंथन करना. पर शिविर में हिस्सा ले रहे नेताओं की माने तो पार्टी ग़लतियों पर पर्दा डालने में लगी है. तभी नेताओं को हिदायत दी गई है कि कि पिछली गलतियां गिनाए बग़ैर भविष्य की बात हो, इसके लिए अलग- अलग पैनल बनाए गए, जो पार्टी को भविष्य का ऱोडमैप देंगे.