चिंतन शिविर में सोनिया गांधी ने केंद्र पर साधा निशाना, अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर कह डाली ये बात
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चिंतन शिविर में सोनिया गांधी ने केंद्र पर साधा निशाना, अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर कह डाली ये बात

कांग्रेस के राष्ट्रीय चिंतन शिविर के उद्घाटन सत्र में पार्टी की कार्यकारी अध्यक्षा सोनिया गांधी ने आज मुखरता से केंद्र सरकार पर हमला करते हुए अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर अपनी बात कही.

चिंतन शिविर में सोनिया गांधी ने केंद्र पर साधा निशाना, अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर कह डाली ये बात

उदयपुर: कांग्रेस के राष्ट्रीय चिंतन शिविर के उद्घाटन सत्र में पार्टी की कार्यकारी अध्यक्षा सोनिया गांधी ने आज मुखरता से केंद्र सरकार पर हमला करते हुए अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर अपनी बात कही. सोनिया गांधी ने अपनी स्पीच में कहा कि देश को निरंतर ध्रुवीकरण में रखा जा रहा है और लोगों को चिंता, भय और असुरक्षा के माहौल में जीने को मजबूर किया जा रहा है. देश में कुछ लोगों को टारगेट किया जा रहा है, देश की अखंडता को तोड़ा जा रहा है.

शिविर को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि अल्पसंख्यक जो हमारे गणतंत्र के बराबर के नागरिक हैं, जो हमारे समाज के अटूट अंग हैं, उन्हें जान-बूझकर निशाना बनाया जा रहा है और उन पर क्रूरता से हमला किया जा रहा है. इसका असली अर्थ है, समाज में युगों से चली आ रही विविधता का दुरूपयोग करके उसे बांटना और समाज में बड़ी सावधानी से पालन-पोषण किए गए अनेकता में एकता के सिद्धांत को तबाह किया जा रहा है.

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एकती के सिद्धांत को तबाह किया जा रहा

अपने राजनीतिक विरोधियों को डराना, धमकाना, उनकी छवि को नुक़सान पहुंचाना, उन्हें झूठे बहानों से जेल में डालना और उनके खिलाफ़ जांच एजेंसियों का ग़लत इस्तेमाल किया जा रहा है. तमाम लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्वतंत्रता और निष्पक्षता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.

असाधारण परिस्थितियों का मुकाबला असाधरण तरीके से करने की जरूरत

सोनिया गांधी ने कहा कि चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी के सामने असाधारण परिस्थितियां हैं. असाधारण परिस्थितियों का मुकाबला असाधारण तरीके से ही किया जा सकता है. हमें सुधारों की सख्त जरूरत है. हमें रणनीतिक बदलाव, ढांचागत सुधार और रोजाना काम करने के तरीके में बदलाव सबसे बुनियादी जरूरी मुद्दा है. हमारा उत्थान सामूहिक प्रयासों से ही हो पाएगा. 

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