Dungerpur: प्रदेश के डूंगरपुर जिले के मेडिकल कॉलेज (Medical Collage) में अब स्पेशलिस्ट डॉक्टर तैयार होंगे. डिप्लोमेंट ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) से 5 डिप्लोमा कोर्स के लिए मंजूरी मिल गई है. इससे आने वाले समय मे आदिवासी इलाके में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी नहीं रहेगी और लोगों को भी बेहतर इलाज मिल सकेगा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज इस साल चौथे वर्ष में प्रवेश कर रहा है और इसी बीच मेडिकल कॉलेज को एमबीबीएस के बाद डिप्लोमा कोर्स की मंजूरी मिलना सबसे बड़ी उपलब्धि है. मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. महेंद्र डामोर ने बताया कि डिप्लोमेंट ऑफ नेशनल बोर्ड (डीएनबी) की ओर से डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज में 5 डिप्लोमा कोर्स की स्वीकृति मिली है.


यह भी पढ़ें-10 बीघा खेत के लिए जानलेवा हमला, भाभी और बहू को किया आग के हवाले


इनमें कुल 52 सीटें दी गई है जिन पर एमबीबीएस (MBBS) डॉक्टरों (Doctors) को प्रवेश मिलेगा, जो स्पेशलिस्ट डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं. इसमें फैमिली मेडिसिन, एनेस्थीसिया, ईएनटी (नाक, कान, गला रोग), पीडियाट्रिक (शिशु रोग) और ऑप्थोमोलॉजी (नैत्र रोग विशेषज्ञ) विभाग में डिप्लोमा कोर्स की मंजूरी मिल गई है.


यह भी पढ़ें-Rajasthan Weather Update: मानसून की विदाई के साथ बढ़ने लगा तापमान, 2 से 3 डिग्री तक बढ़ोतरी दर्ज


अधीक्षक डॉ. महेंद्र डामोर ने बताया कि इन डिप्लोमा कोर्स को इसी शैक्षणिक सत्र 2021-22 में शुरू किया जाएगा. यह डिप्लोमा कोर्स 2 साल के होंगे, जिसमें एमबीबीएस डॉक्टरों को उनकी विषय विशेषज्ञता के बारे में सिखाया जाएगा. अधीक्षक ने बताया कि इससे डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज में ही विशेषज्ञ डॉक्टर तैयार होंगे. आदिवासी इलाके में खासकर विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है और स्पेशलिस्ट डॉक्टर नहीं मिलने पर मरीज इलाज करवाने बाहर जाते हैं. ऐसे में अब आदिवासी इलाके में जल्द ही स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी दूर हो जाएगी और मरीजों को अच्छा इलाज मिल सकेगा.


Report-Akhilesh Sharma