आदिवासी महिला को जबरदस्ती थाने में लाई पुलिस, रात में करने लगे ये घिनौना काम
उदयपुर (Udaipur) के झाडोल में पुलिस का ऐसा घिनौना चेहरा सामने आया है कि जो भी सुन रहा है उसका खून खौल जा रहा है. जिसे लोग रक्षक समझ रहे थे वहीं सबसे बड़े भक्षक निकले. बिना किसी गुनाह के आदिवासी महिला (tribal woman) को पुलिस (Udaipur Police) थाने ले आई और रात में दुष्कर्म (Rape) का प्रयास किया.
Jhalod: उदयपुर (Udaipur) के झाडोल में पुलिस का ऐसा घिनौना चेहरा सामने आया है कि जो भी सुन रहा है उसका खून खौल जा रहा है. जिसे लोग रक्षक समझ रहे थे वहीं सबसे बड़े भक्षक निकले. बिना किसी गुनाह के आदिवासी महिला (tribal woman) को पुलिस (Udaipur Police) थाने ले आई और रात में दुष्कर्म (Rape) का प्रयास किया. जब मामले में बवाल मच तो पुलिस ने महिला और उसके परिवार को जमकर पीटा. यही नहीं पुलिस महिला को निजी वाहन में लेकर कई दिनों तक घूमती रही और आखिरकार उसे गुजरात (Gujrat) में ले जाकर छोड़ आई. मामले में एसएचओ और एएसआई लाइन हाजिर हो गए हैं और आरोपी कांस्टेबल संस्पेंड हो गया है.
यह भी पढ़ें: मौत का हाईवे बना झाडोल-इडर नेशनल हाईवे, एक माह में 4 युवकों की गई जान
जिले के पानरवा थाने की डैया चौकी पुलिस ने झेर की आदिवासी महिला को माता-पिता सहित बिना कारण पकड़ लिया. रातभर पूरे परिवार को थाने में रखा. रात में कांस्टेबल जितेंद्र ने दुष्कर्म का प्रयास किया. शोर मचाने पर पहुंचे पिता से पुलिस के जवान ने मारपीट की. सुबह झाड़ू-पोंछा के बाद महिला से खाना बनवाया. पुलिस दो दिन तक उसे निजी वाहन में लेकर गुजरात में घूमती रही. मामला बढ़ा तो माहिला से मारपीट कर पुलिस गुजरात ही छोड़कर आ गई. शनिवार को महिला माता-पिता के साथ गांव पहुंची. दूसरे दिन रविवार को विधायक सहित गांव वाले जुटे और मामला दर्ज कराया. मामले में एसपी ने मिलीभगत के आरोप में पानरवा एसएचओ नाथू सिंह, एएसआई राजकुमार को लाइन हाजिर और दुष्कर्म के आरोपी कांस्टेबल जितेंद्र को सस्पेंड कर दिया है.
यह भी पढ़ें: Udaipur: गर्भवती महिला के पेट में दर्द होता रहा और भोपा झाड़ फूंक करता रहा, हुई मौत
महिला ने रिपोर्ट में बताया कि डैया चौकी के एएसआई राजकुमार और कांस्टेबल जितेंद्र कुमार गुरुवार को माता-पिता समेत पूरे महिला को भी गांव की एक युवती के लापता होने के मामले में उठाकर निजी वाहन स्कॉर्पियों में गुजरात ले गए. विसनगर में दिनभर भटकने के बाद वापस डैया चौकी पहुंचे और रातभर चौकी में ही रखा. झाड़ू-पोछा और चूल्हा-चौका करवाया. कांस्टेबल जितेंद्र ने चौकी परिसर स्थित अपने कमरे में माता-पिता से अलग सुलाया और ज्यादती की कोशिश की. शोर मचाने पर पिता पहुंचे तो बेरहमी से पीटकर बदन नीला कर दिया. दूसरे दिन फिर गुजरात ले गए. इस दौरान गांव में सूचना फैली तो मारपीट कर विस नगर में ही छोड़कर आ गए. किसी को कुछ भी बताने को लेकर धमकाया भी. तीनों जैसे-तैसे शनिवार को गांव लौटे.
Reporter- Avinash Jagnawat