TRP Gaming Zone fire Case: गुजरात वो राज्य है जो बीजेपी के लिए लंबे समय से अभेद्द किला बना हुआ है लेकिन हाल ही में एक ऐसी घटना हुई जिससे राजकोट में बवाल मच गया. गेम जोन में आग लगने की घटना के एक माह पूरे हो गए लेकिन लोगों में अभी भी आक्रोश है. इसी कड़ी में घटना के एक महीने पूरे होने पर शहर में बंद का आह्वान किया गया जो सफल रहा है. किया गया जिसके तहत मंगलवार को यहां के मुख्य बाजारों में वीरानी छायी रही और अन्य प्रतिष्ठान भी नहीं खुले. 


कांग्रेस द्वारा किया गया राजकोट बंद!


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खास बात यह है कि विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा आहूत ‘राजकोट बंद’ के समर्थन में स्कूल, कॉलेज, ट्यूशन सेंटर, सोने और आभूषण के बाजार तथा अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे. कई व्यावसायिक संघों ने मंगलवार को कारोबार बंद करने की घोषणा कर कांग्रेस के बंद के आह्वान का समर्थन किया. शहर में विभिन्न स्थानों पर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए गश्त तेज की गयी.


लोगों ने बढ़ चढ़कर लिया हिस्सा


कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवानी, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल और अन्य स्थानीय नेताओं ने बंद को ‘‘सफल’’ बनाने में समर्थन देने के लिए कारोबारियों का आभार जताया. कांग्रेस ने 25 मई को राजकोट के ‘टीआरपी गेम जोन’ में आग लगने की घटना में मारे गए लोगों की याद में मंगलवार को आधे दिन के बंद का आह्वान किया और मृतकों के परिजनों को अधिक मुआवजा देने की मांग की. उसने मृतकों के परिवारों को न्याय देने तथा राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) से घटना की निष्पक्ष जांच कराने की भी मांग की है. 


राहुल गांधी से बातचीत की थी


मृतकों के परिवार के सदस्यों ने भी बंद की अपील की थी. इस अग्निकांड में मारे गए लोगों के कुछ रिश्तेदारों ने 22 जून को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से बातचीत की थी. गेम जोन में 25 मई को लगी भीषण आग में बच्चों समेत 27 लोगों की मौत हो गयी थी. पुलिस की जांच में पता चला कि यह गेम जोन राजकोट नगर निगम के दमकल विभाग से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) लिए बिना संचालित किया जा रहा था. ऐसे में सवाल है कि क्या राजकोट बंद बीजेपी के लिए बड़ा संदेश है. agency input