नई दिल्ली: जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने तीन तलाक के मुद्दे पर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है. साथ ही स्वरूपानंद सरस्वती ने ये भी कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कोर्ट का फैसला आने के बाद ही हो पाएगा. स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि तीन तलाक से सरकार पत्ता सींच रही है, जड़ नहीं. तीन तलाक से सरकार को मुस्लिम महिलाओं का वोट मिलेगा. तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं की समस्या का हल नहीं है. हिन्दू की तरह मुस्लिम के लिए भी एक शादी कानूनन मान्य होना चाहिए. शंकराचार्य रूवरूपानंद ने आरएसएस के उस बयान पर भी आपत्ति जताई जिसमें कहा गया है कि आरएसएस तीन दिन में सेना तैयार कर सकता है. उन्होंने कहा, क्या आरएसएस को अत्याधुनिक हथियार चलाना आता है. कोई निजी संस्था युद्ध नहीं लड़ सकती. युद्ध थोपा गया तो देश का हर एक नागरिक योद्धा होगा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन और भारतीय जवानों की लगातार शहादत पर शंकराचार्य ने कहा कि शत्रु के बराबर विचार करके ही आक्रमण करना चाहिए. भारत ने अबतक आक्रामक निति नहीं अपनाई है.


ये भी पढ़ें: शनि मंदिर में महिलाओं के प्रवेश से बढ़ेंगे रेप : शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती


कोर्ट का फैसला आने के बाद बनाएंगे राम मंदिर
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से जुड़े सवाल पर स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि स्टे हटाए बगैर कोई भी राम मंदिर नहीं बनवा सकता है. पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत सहित चाहे कोई भी हो राजनितिक पार्टी या सरकार राम मंदिर नहीं बना सकती. जब फैसला आएगा हम राम मंदिर बनायेंगे, पहले से हवाबाजी करने से क्या लाभ.


अयोध्या से श्रीरामराज्य रथयात्रा
अयोध्या में राम मंदिर विवाद को लेकर एक तरफ जहां सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई शुरू होने वाली है, वहीं दूसरी ओर अयोध्या में भी इस मुद्दे को लेकर हलचल शुरू हो गई है. यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में नई सरकार के गठन के बाद अब पहली बार अयोध्या से श्रीरामराज्य रथयात्रा निकली गई है. यह यात्रा मंगलवार दोपहर बाद रवाना हुई और इसका समापन रामेश्वरम में होगा. अयोध्या में स्थित कारसेवकपुरम में श्रीरामराज्य रथयात्रा का जन्मभूमि मंदिर मंडल रथ यात्रा के लिए तैयार है. मंगलवार दोपहर दो बजे यह यात्रा कारसेवकपुरम से निकली. इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के महासचिव चंपत राय भी मौजूद रहे.


ये भी पढ़ें: शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का विवादित बयान- 'साईं पूजा की देन है महाराष्ट्र का सूखा'


अयोध्या से यह यात्रा नंदीग्राम, सुल्तानपुर, जौनपुर, वाराणसी, प्रयाग, चित्रकूट, इन्दौर और नासिक होते हुए 25 मार्च को रामेश्वरम में सम्पन्न होगी. इस दौरान यह यात्रा आठ ज्योतिलिर्ंगों के दर्शन करेगी. अयोध्या में विश्व हिन्दू परिषद के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि श्रीराम जन्म भूमि पर मंदिर बनने से ही देश में रामराज्य की स्थापना होगी. अयोध्या से रामेश्वरम तक निकलने वाली यात्रा अपने लक्ष्य को अवश्य प्राप्त करेगी. श्रीराम दास यूनिवर्सल सोसायटी के बैनर तले शान्तानंद सरस्वती महाराज के मार्गदर्शन में यह रथयात्रा निकाली जा रही है.