Who is Ratnesh Sada: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जीतन राम मांझी (Jitanram Manjhi) के बेटे संतोष सुमन (Santosh Suman) के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बिहार में राजनीति (Bihar Politics) तेज हो गई है. अब इस बात की चर्चा होने लगी है कि संतोष सुमन की जगह पर किसे मंत्री बनाया जाएगा और उनके विभाग कौन संभालेगा? हालांकि, अब यह जानकारी सामने आ रही है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने संतोष सुमन का रिप्लेसमेंट ढूंढ़ लिया है और उनकी जगह पर जेडीयू विधायक रत्नेश सदा (Ratnesh Sada) को मंत्री पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है.


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सीएम आवास पर चल रही हाई लेवल मीटिंग


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने जेडीयू विधायक रत्नेश सदा (JDU MLA Santosh Sada) को अचानक फोन कर पटना स्थित सीएम आवास बुलाया है, जहां पर हाई लेवल मीटिंग भी हो रही है. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार ने फोन कर रत्नेश को जल्द से जल्द पटना पहुंचने और पटना में रहने के लिए कहा है. सीएम नीतीश ने रत्नेश को पटना से बाहर ना जाने को कहा है, जिसके बाद रत्नेश सदा को मंत्री बनाए जाने की चर्चा होने लगी है.


कौन हैं रत्नेश सदा?


रत्नेश सदा (Who is Ratnesh Sada) सहरसा के सोनबरसा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और लगातार तीन बार से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंच रहे हैं. जीतन राम मांझी (Jitanram Manjhi) के बेटे संतोष सुमन (Santosh Suman) की तरह ही रत्नेश भी मुसहर समाज से आते हैं और मुसहर समाज के बड़े नेता हैं. रत्नेश ने संस्कृत से ऑनर्स किया है. रत्नेश बिहार विधानसभा में सचेतक हैं और धार्मिक न्यास बोर्ड के सदस्य भी हैं.


नीतीश साधना चाहते हैं जातिगत समीकरण


जेडीयू विधायक रत्नेश सदा (Ratnesh Sada) को मंत्री बनाकर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) मुसहर समाज को मैसेज देना चाहते हैं, जिस समाज से जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) आते हैं. क्योंकि, 2024 के लोकसभा चुनाव और 2025 के विधानसभा चुनाव के ठीक पहले नीतीश कुमार किसी भी तरीके से वोटों के बंटवारा नहीं चाहते हैं.


राजद से सहमति के बाद रत्नेश बनेंगे मंत्री


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कैबिनेट विस्तार का फैसला आनन-फानन में लिया है. नीतीश कुमार ने इसके लिए मुसहर समाज से जुड़े तमाम नेताओं की प्रोफाइल चेक की, जिसमें रत्नेश सदा सबसे मजबूत दावेदार उभरकर सामने आए. इसके बाद जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से बातचीत की गई और फिर जेडीयू ने रत्नेश अदा के नाम पर मुहर लगाई. इस मामले पर राजद से भी सलाह ली गई है और बताया जा रहा है कि राजद की सहमति के बाद ही रत्नेश सदा मंत्री बनाए जाएंगे.