नई दिल्ली: भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने अपने अस्पतालों में भर्ती हुए ऐसे कोरोना (Coronavirus) मरीज, जो रेलवे के कर्मचारी नहीं हैं, के खाने और टेस्टिंग के बिलों को माफ करने की घोषणा की है. रेलवे ने कहा कि ऐसे मरीजों को उसके कोच में एडमिट होने पर अब ये दोनों बिल नहीं देने होंगे.


एकजुट होकर लड़ रही है भारत सरकार


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रेलवे ने कहा कि वह भी भारत सरकार की एक यूनिट है. पूरी भारत सरकार एकजुट होकर कोरोना (Coronavirus) महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है. ऐसे में उसने भी आम लोगों को राहत पहुंचाने के लिए उन्हें खाने और टेस्टिंग के बिलों में छूट देने का फैसला किया है. 


आम मरीजों को मिलेगी राहत


रेलवे (Indian Railway) ने डिसीजन लिया है कि उसके रेलवे अस्पतालों में भर्ती होने वाले आम कोरोना मरीजों से RT-PCR और RAT टेस्टिंग का कोई बिल नहीं वसूला जाएगा. इसके साथ ही कोरोना के इलाज के लिए उसके अस्पतालों में भर्ती हुए आम लोगों से वह खाने का चार्ज भी नहीं लेगी. रेलवे ने कहा कि उसके इन दोनों कदमों से कोरोना से जूझ रही आम जनता को काफी राहत मिलेगी.


चला रही है ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें 


रेलवे (Indian Railway) ने कहा कि कोरोना (Coronavirus) महामारी से लड़ने में वह देश के अगले मोर्चे पर खड़ी है. देश में ऑक्सीजन की सप्लाई बहाल करने के साथ ही वह आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए माल भी तेजी से इधर-उधर पहुंचा रही है. राज्य सरकारों की मांग पर उसने देश के विभिन्न हिस्सों में कोविड केयर कोच बनाए हैं. साथ ही लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेन भी चलाई हैं. 


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