नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के आरएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर कई कांग्रेस नेताओं के बयान के बाद अब उनके परिजन ने ही इस पर सवाल उठा दिये हैं. प्रणब की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने बुधवार (6 जून) को कहा कि उनके पिता नागपुर जाकर ‘भाजपा एवं आरएसएस को फर्जी खबरें गढ़ने और अफवाहें फैलाने’ की सुविधा मुहैया करा रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके ‘‘भाषण तो भुला दिए जाएंगे, लेकिन तस्वीरें (विजुअल्स) रह जाएंगी.’’


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शर्मिष्ठा ने भाजपा में अपने शामिल होने की अटकलों को भी सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस छोड़ने की बजाय राजनीति छोड़ना पसंद करेंगी. दिल्ली कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा ने अपने पिता को सचेत भी किया कि वह आज की घटना से समझ गए होंगे कि भाजपा का दुष्प्रचार (डर्टी ट्रिक्स) विभाग किस तरह से काम करता है.



शर्मिष्ठा ने ट्वीट किया, ‘‘आशा करती हूं कि प्रणब मुखर्जी को आज की घटना से इसका अहसास हो गया होगा कि भाजपा का डर्टी ट्रिक्स विभाग किस तरह काम करता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि आरएसएस कभी यह कल्पना भी नहीं करेगा कि आप अपने भाषण में उनके विचारों का समर्थन करेंगे. लेकिन भाषण को भूला दिया जाएगा और तस्वीरें रह जाएंगी तथा इनको फर्जी बयानों के साथ फैलाया जाएगा.’’ 



शर्मिष्ठा ने कहा, ‘‘आप नागपुर जाकर भाजपा/आरएसएस को फर्जी खबरें गढ़ने, अफवाहें फैलाने और इनको किसी न किसी तरह विश्वसनीय बनाने की सुविधा मुहैया करा रहे हैं. और यह तो सिर्फ शुरुआत भर है.’’


प्रणब को आरएसएस के स्वयंसेवकों के लिए आयोजित संघ शिक्षा वर्ग के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. शर्मिष्ठा से पहले संदीप दीक्षित, सीके जाफर शरीफ और कांग्रेस के कई अन्य नेता पूर्व राष्ट्रपति के इस कदम पर सवाल खड़े कर चुके हैं. हालांकि कांग्रेस पार्टी ने इस बारे में आधिकारिक तौर पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है.



छुट्टियों के सिलसिले में दिल्ली से बाहर गईं शर्मिष्ठा ने भाजपा में अपने शामिल होने की अफवाहें खारिज करते हुए ट्वीट किया, ‘‘पहाड़ों में खूबसूरत सूर्यास्त का आनंद ले रही हूं, और अचानक यह खबर आती है कि मैं भाजपा में शामिल हो रही हूं...यह टॉरपिडो से टकराने जैसा है. क्या इस दुनिया में थोड़ी शांति और सद्बुद्धि नहीं हो सकती? मैं राजनीति में इसलिए आई क्योंकि मैं कांग्रेस पर विश्वास करती हूं. कांग्रेस छोड़ने की बजाय मैं राजनीति छोड़ना पसंद करूंगी.’’



दिल्ली कांग्रेस के प्रमुख अजय माकन ने भी इन बातों को खारिज करते हुए कहा कि शर्मिष्ठा समर्पित कांग्रेस सदस्य हैं. माकन ने ट्वीट किया, ‘‘कुछ अफवाहों के जवाब में - शर्मिष्ठा से अभी बात हुई - वह एक समर्पित कांग्रेस सदस्य हैं और कांग्रेस की विचारधारा में पूरा यकीन करती है. उन्होंने मुझे बताया कि वह राजनीति में सिर्फ इसलिए हैं क्योंकि कांग्रेस पार्टी की विचारधारा में उनका पूरा विश्वास है.’’