PM Modi digital arrest video: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात (Mann Ki Baat) के 115वें एपिसोड में देश की एक बहुत बड़ी समस्या को एड्रेस करते हुए, लोगों को बाकायदा डेमो देकर जागरूक किया. पीएम मोदी ने देशभर में कुकुरमुत्ते की तरह सामने आ रहे डिजिटल अरेस्ट के मामलों पर 140 करोड़ देशवासियों को सतर्क करते हुए धोखाधड़ी करने वालों के तौर-तरीके समझाकर जनता को सावधान किया है. अब माना जा रहा है कि पीएम मोदी की बातों को सुनने के बाद भारत में डिजिटल अरेस्ट को लेकर लोग दागरूक होंगे और इस तरह की धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी.


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पीएम मोदी (PM Modi) ने आज डिजिटल अरेस्ट से जुड़ी एक-एक बात विस्तार से समझाई. पीएम मोदी ने कहा कि इस फ्राड (fraud) में फोन करने वाले, कभी पुलिस, कभी C.B.I, कभी नार्कोटिक्स (Narcotics), कभी R.B.I, कभी कस्टम ऑफिसर बनकर यानी ऐसे भांति-भांति के लेबल लगाकर फर्जी पुलिस अफसर बनकर बात करते हैं. वो बड़े कॉन्फिडेंस (confidence) से ये अपराध करते हैं मुझे 'मन की बात' के बहुत से श्रोताओं ने कहा कि इसकी चर्चा जरूर करनी चाहिए. हाल ही में आगरा की एक टीचर की डिजिटल अरेस्ट से परेशान होने के बाद मौत हो गई थी. उस मामले ने पूरे देश का ध्यान खींचा था.


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पीएम मोदी ने LIVE डेमो दिखाया कैसे धोखाधड़ी करने वाले करते हैं डिजिटल अरेस्ट?


मन की बात में आज पीएम मोदी ने कहा, 'आइए, मैं आपको बताता हूं, ये Fraud करने वाली गैंग काम कैसे करती है, ये खतरनाक खेल क्या है ? आपको भी समझना बहुत जरूरी है औरों को भी समझना उतना ही आवश्यक है.'


पहला दांव - आपकी व्यक्तिगत जानकारी, वो सब जुटा करके रखते हैं "आप पिछले महीने गोवा गए थे, है ना? आपकी बेटी दिल्ली में पढ़ती है, है ना" ? वे आपके बारे में इतनी जानकारी जुटाकर रखते हैं कि आप दंग रह जाएंगे.



दूसरा दांव - भय का माहौल पैदा करो, वर्दी, सरकारी दफ्तर का set-up, कानूनी धाराएं, वो आपको इतना डरा देंगे phone पर बातों-बातों में आप सोच भी नहीं पाएंगे | और फिर उनका तीसरा दांव, शुरु होता है, तीसरा दांव - समय का दबाव, 'अभी फैसला करना होगा वर्ना आपको गिरफ्तार करना पड़ेगा", - ये लोग पीड़ित पर इतना मनोवैज्ञानिक दवाब बना देते हैं कि वो सहम जाता है.


Digital arrest के शिकार होने वालों में हर वर्ग, हर उम्र के लोग हैं. लोगों ने डर की वजह से अपनी मेहनत से कमाए हुए लाखों रुपए गवां दिए हैं. कभी भी आपको इस तरह का कोई कॉल (Call) आए तो आपको डरना नहीं है. आप को पता होना चाहिए कोई भी जांच एजेंसी (agency) फोन कॉल (Phone call) या वीडियो कॉल (Video Call) पर इस तरह पूछताछ कभी भी नहीं करती.


How to save from digital arrest: डिजिटल अरेस्ट से कैसे बचें


पीएम मोदी ने कहा, 'जैसे ही कोई ऐसी कॉल या वीडियो कॉल आए, तो सबसे पहले तो आपको बिलकुल भी घबराना नहीं है. आपको बस तीन काम करने है. पहला - रुको. दूसरा - सोचों और तीसरा एक्शन लो. यानी बिना डरे बात करो. स्क्रीन रिकॉर्ड कर सकते हैं तो वो भी कर सकते हैं. कोई भी कोई एजेंसी ऐसे फोन पर पूछताछ नहीं करती है. इन बातों का पालन करके आप डिजिटल अरेस्ट से बच सकते हैं.


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